जैरूसालेमः जैरूसालेम के दौरे से सन्त पापा ने किया मध्यपूर्व यात्रा का समापन
जैरूसालेम, 26 मई सन् 2014 (सेदोक): नाज़ी नरसंहार के दौर में मारे गये यहूदियों के प्रति
श्रद्धान्जलि अर्पित कर तथा जैरूसालेम स्थित "अन्तिम भोजन कक्ष" में ख्रीस्तीयों के आराधना-अर्चना
अधिकार की पुष्टि करते हुए सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस
ने सोमवार को "पवित्रभूमि" में अपनी तीन दिवसीय यात्रा समाप्त की।
शनिवार, 25
मई को आरम्भ मध्यपूर्व की तीन दिवसीय यात्रा में जॉर्डन तथा फिलीस्तीनी क्षेत्रों की
भेंट के उपरान्त सोमवार को सन्त पापा की यात्रा का तीसरा और अन्तिम दिन जैरूसालेम में,
राजनैतिक एवं धार्मिक साक्षात्कारों तथा विश्व के सर्वाधिक संवेदनशील पुण्य स्थलों की
भेंट के साथ व्यतीत हुआ।
पवित्रभूमि में सन्त पापा फ्राँसिस की यात्रा अब
तक पीढ़ियों पुराने मध्यपूर्व संघर्ष की समाप्ति हेतु अपील से परिपूर्ण रहा है जिसके
तहत उन्होंने रविवार को इसराएल एवं फिलीस्तीन के राज्याध्यक्षों को आगामी माह वाटिकन
में एकसाथ मिलकर शांति हेतु प्रार्थना के लिये भी आमंत्रित किया है।
इस्राएली
राष्ट्रपति शिमोन पेरेस तथा फिलीस्तीनी राज्याध्यक्ष मुहम्मद अब्बास को आमंत्रित कर सन्त
पापा फ्राँसिस ने रविवार को कहा थाः "शांति के राजकुमार येसु के इस जन्मस्थल से मैं आपको
फिलीस्तीनी राज्याध्यक्ष मुहम्मद अब्बास राष्ट्रपति शिमोन पेरेस के साथ शांति हेतु प्रार्थना
के लिये आमंत्रित करता हूँ।"