2014-05-25 12:34:07

अम्मानः पीड़ितों से सन्त पापा ने की मुलाकात, शस्त्र व्यापार के विरुद्ध की अपील


अम्मान, 25 मई सन् 2014 (सेदोक): जॉर्डन में यर्दन नदी के तट पर, शनिवार 24 मई को सन्त पापा फ्राँसिस ने पीड़ितों एवं हाशिये पर जीवन यापन करनेवालों से मुलाकात की, सिरिया में युद्ध की समाप्ति का आह्वान किया तथा शस्त्र व्यापार के विरुद्ध ज़ोरदार अपील की।

कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस इस समय मध्यपूर्व की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। पारम्परिक रूप से, येसु मसीह के बपतिस्मा स्थल, यर्दन नदी के परे, बेथनी में जॉर्डन के सम्राट अब्दल्लाह द्वितीय, महारानी साहिबा रानिया राजकुमार गाज़ी बिन मुहम्मद बिन तलाल एवं जॉर्डन के वरिष्ठ अधिकारियों सहित लगभग 600 विकलांग एवं शरणार्थी युवाओं ने येसु के बपतिस्मा स्थल पर सन्त पापा फ्राँसिस का स्वागत किया।

बपतिस्मा पुण्यस्थल के निकट स्थित लातीनी गिरजाघर में सन्त पापा ने मौन प्रार्थना की, जल पर आशीष दी तथा अनाथ, बीमार एवं विकलांग युवाओं के साक्ष्य सुने। इसी स्थल पर उन्होंने अतिथि ग्रन्थ पर हस्ताक्षर किये तथा एक सन्देश में लिखाः मैं सर्वशक्तिमान एवं दयावान ईश्वर से विनती करता हूँ कि वे हमें, अपने भाई बहनों के प्रति करुणा से भरे उदार हृदयों के साथ, उनकी उपस्थिति में चलना सिखायें। इस प्रकार, ईश्वर का वास सर्वत्र और सबमें रहे तथा शांति का राज्य स्थापित हो सके। मानवजाति को साक्ष्य की इस अनुपम धरती के वरदान के लिये प्रभु हम आपको धन्यवाद देते हैं। फ्राँसिस 24.5.2014।"

उपस्थित समुदाय को दिये सन्देश में सन्त पापा फ्राँसिस ने उन लोगों को फटकार बताई जो युद्ध को आगे बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि मध्यपूर्व में शांति की ज़रूरत है शस्त्रों एवं युद्ध की नहीं।

उन्होंने कहा, "युद्ध का मुख्य कारण शस्त्र हैं, उन लोगों के लिये हम प्रार्थना करें जो शस्त्रों के व्यापार एवं विक्रय में लगे हैं ताकि उनके हृदय दया से पसीज उठें। प्रभु ईश्वर हिंसकों, युद्ध की कामना करनेवालों एवं शस्त्रों का उत्पादन एवं व्यापार करनेवालों का मनपरिवर्तन करें। साथ ही, शांति निर्माताओं को साहस एवं शक्ति प्रदान करें।"

यर्दन के पार बेथनी में सन्त पापा ने सिरियाई युद्ध के कारण शरणार्थी बने कई युवाओं के साक्ष्य सुनें तथा अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वह जॉर्डन की हर सम्भव सहायता करे जो ईराक एवं सिरिया के लगभग दस लाख शरणार्थियों को शरण प्रदान कर रहा है।








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