प्रेरक मोतीः स्कॉटलैण्ड के सन्त डेविड (1080-1153) (24 मई)
वाटिकन सिटी, 24 मई सन् 2014:
स्कॉटलैण्ड के डेविड 12 वीं शताब्दी के शासक थे।
वे सदगुण सम्पन्न वेसेक्स की रानी सन्त मार्ग्रेट के सबसे छोटे बेटे थे। बाल्यकाल के
अधिकांश वर्ष डेविड ने स्कॉटलैण्ड में व्यतीत किये किन्तु सन् 1093 ई. में कुछ समय के
लिये उन्हें इंगलैण्ड निष्कासित कर दिया गया था।
इंग्लैण्ड में, डेविड, सम्राट
हेनरी प्रथम के राजदरबार में नौकरी पर लग गये थे। सम्राट की मृत्यु के बाद उनकी पुत्री
तथा डेविड की भतीजी मथिलदा गद्दी पर बैठी। रानी मथिलदा के शासनकाल में डेविड ने इंगलैण्ड
के कई क्षेत्रों पर आक्रमण किया, लूटपाट और नरसंहार कर राज्य का विस्तार किया। इसी दौरान,
डेविड, रिवोल्क्स स्थित मठ के प्रधान सन्त एलरिड के सम्पर्क में आये तथा उनके इष्ट मित्र
बन गये। मठाध्यक्ष एलरिड के नेक विचारों एवं सादगी से डेविड इतने प्रभावित हुए कि अपने
किये पर पछताने लगे। एलरिड के मार्गदर्शन में उन्होंने आध्यात्मिक साधनाएँ शुरु कर दी
तथा निर्धनों की सेवा में जीवन यापन करने लगे। इंगलैण्ड में उन्होंने कई धर्मप्रान्तों
की रचना के लिये अर्थदान दिया।
शुक्रवार 22 मई सन् 1153 ई. में डेविड अचानक
बीमार पड़ गये। उन्होंने पुनर्मिलन एवं अन्तिम संस्कार ग्रहण किया तथा शैया पर पड़े रहकर
ही स्तोत्र ग्रन्थ के भजनों का पाठ करते रहे। रविवार 24 मई, सन् 1153 ई. को उनका निधन
हो गया। स्कॉटलैण्ड के सन्त डेविड का पर्व 24 मई को मनाय़ा जाता है।
चिन्तनः
प्रायश्चित् कर हम प्रभु के क्षमापात्र बनें तथा शुद्ध हृदय से ईश्वर को मनायें।