श्रोताओं के पत्र पत्र- 27.2.14 क़ुदरत के नियमों से शिकायत न करना, नज़रों
को कभी शर्मिंदा न करना, ओ खुद ही देगा सब कुछ आपको, वक्त से पहले पाने के फरियाद
ना करना। डॉ. हेमन्त कुमार, गोराडीह भागलपुर, बिहार।
पत्र- 18.5.14 आदरणीय
पिताजी आप सभी को प्रभु येसु के नाम में मेरा हार्दिक नमस्कार। भारत के डॉक्टर हेमंत
कुमार ने कल फेसबुक पर हमारे संत पापा फ्रांसिस की राजदूतों से मुलाकात का चित्र प्रकाशित
कर बड़ी कृपा की हैं। डॉक्टर हेमंत कुमार जी वाटिकन रेडियो हिंदी सेवा के एक सक्रिय
श्रोता हैं। यह चित्र मॉरीशस में लाखों लोगों ने फेसबुक पर देखा| विद्यानन्द रामदयाल,
पियर्स मोरिसस।
पत्र- 28.3.14 महाशय, नमस्कार! परम सम्मान के साथ सहर्ष सूचित
करना है कि मैँ वाटिकन रेडियो का नियमित, पुराना तथा जागरुक श्रोता हूँ। आपके द्वारा
प्रसारित सभी कार्यक्रम शांतिदायक, ग्यानवर्द्धक, शिक्षाप्रद, प्रेरणादायक और सारगर्भित
होते हैँ। कार्यक्रम प्रस्तुतिकरण शैली तथा प्रसारण गुणवत्ता उच्च स्तर के हैँ इसलिए
मैं कार्यक्रम सुनकर नियमित पत्र लिखने का प्रयास करता हूँ। आपके फेसबुक और वेबसाइट भी
बहुत अच्छे लगते है। 27 मार्च को सुबह की सभा मेँ भक्ति गीत- तन है अर्पित, मन है अर्पित.....सुनी।
प्रसारित गीत शांतिदायक लगी। वाटिकन रेडियो परिवार को हार्दिक धन्यवाद! डॉ. हेमन्त
कुमार, गोराडीह भागलपुर, बिहार।
पत्र- 23.3.14 अति आदरणीय फादर जस्टिन, जय
येसु। मैं सिस्टर क्लेमिता (अपोस्तोलिक कार्मेल) कैम्पबेल बे, से पहली बार आपको यह
खत लिख रही हूँ। कई बार फादर सिप्रियन ने वाटिकन रेडियो की बात करते हुए संत पापा के
संदेश और उससे प्रसारित कार्यक्रम हमारे समुदाय की धर्मबहनों को सुनाया है तथा वाटिकन
भारती पत्रिका भी पढ़ने को दिया। पत्र लिखते हुए एवं यह सूचित करते हुए मुझे बड़ी खुशी
हो रही है कि दिनांक 23 मार्च को हमारी पल्ली की 83 महिलाएँ हर वर्ष की तरह चालीसे के
अवसर पर 4 किलोमीटर की पद यात्रा की, जिससे कम्पबेल बे पल्ली की आध्यात्मिक भलाई हो।
पुनः आपको जय येसु। धर्मबहन सिस्टर क्लेमिता, अपोस्तोलिक कार्मेल, अंडमान निकोबार।