पण्जी, गोवा शुक्रवार 16 मई, 2014 (उकान) गोवा में बीजेपी सरकार द्वारा ओल्ड गोवा चर्च
परिसर के निकट प्रस्तावित कचड़ा संयंत्र योजना के विरोध के लिये गोवा के धर्माध्यक्ष
को यूनेस्को को पत्र लिखने का आग्रह किया जायेगा।
उक्त बात की जानकारी देते हुए
संत अन्द्रेय पल्ली पुरोहित फादर विजीताकाओ मोन्तियेरो ने कहा कि सरकार की प्रस्तावित
कचड़ा संयंत्र योजना से यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त विश्व धरोधर 16वीं सदी से स्थापित
चर्च परिसर प्रदुषित होगा।
फादर मोन्तियेरो ने स्थानीय संवाददाताओं से बातें
करते हुए कहा कि वे प्रस्तावित सरकारी योजना के विरोध में उनकी मदद करें।
उन्होंने
सरकारी प्रस्ताव पर शहर कचड़ा व्यवस्था की आलोचना करते हुए कहा कि इसके पूर्व जहाँ भी
प्रशासन ने कचड़ा फेंकने की व्यवस्था की है उस क्षेत्र के लोगों का जीवन दूभर हो गया
है।
एक जगत विख्यात विश्व धरोधर स्थल के निकट कचड़े फेंकने की जगह बनाये जाने
ने तीर्थयात्रियों और सैलानियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा और ऐसी व्यवस्था
से राज्य सरकार की बदनामी होगी।
विदित हो कि पण्जी शहर से 15 किलोमीटर पर स्थित
ऑल्ड गोवा चर्च परिसर सदियों से पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के आकर्षण का केन्द्र बना
हुआ है। और इस स्थल के दर्शन के लिये विश्व के विभिन्न देशों से विभिन्न धर्मों तथा सम्प्रदाय
के लोगों का ताँता लगा रहता है।
विदित हो कि प्रत्येक वर्ष हज़ारों लोग इस चर्च
परिसर का दौरा करते हैं और संत फ्राँसिस जेवियर के शव के दर्शन करते हैं जिसे गिरजाघर
रखा गया है।
समाचार के अनुसार शहर विकास प्राधिकरण को 1.18 लाख वर्गमीटर ज़मीन
की ज़रूरत है ताकि वह कचड़ा संयंत्र लगाये।
पण्जी शहर प्रत्येक दिन करीब 7-8 टन
गैर सड़ने वाले कचड़ा और 25 टन सड़ने वाले कचरा का उत्सर्जन करती है।