वाटिकन सिटी, सोमवार, 12 मई, 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने रविवार 11 मई को
संत पेत्रुस महागिरजाघर में आयोजित एक पुरोहिताभिषेक समारोह के यूखरिस्तीय अनुष्ठान में
प्रवचन देते हुए कहा कि पुरोहित सदा दयालु बनें। उन्होंने कहा, " आप दयालुता दिखलाते
हुए न ऊबें। आप प्रभु येसु के समान ही क्षमा प्रदान करने को सक्षम हैं।येसु दुनिया में
आये ताकि वे दोषी न ठहरायें जायें पर सबको क्षमा प्राप्त हो। इसलिये आप उदारता पूर्वक
दया दिखलाइये।" संत पापा ने रविवार को 13 डीकनों का पुरोहिताभिषेक किया जिसमें रोम
धर्मप्राँत के 11 और पाकिस्तान और वियेतनाम के एक-एक डीकन शामिल थे। संत पापा ने
कहा, " कई बार पापस्वीकार संस्कार ग्रहण करते समय लोगों को ऐसे पुरोहित मिल जाते हैं
तो डाँटते हैं या चिल्लाते हैं और लोग सोचने लगते हैं कि उनके लिये कलीसिया का दरवाज़ा
बन्द कर दिया गया है। ऐसी बातों को जानने से मुझे दुःख होता है।" संत पापा ने कहा,
"आप ऐसा न करें। पुरोहितों को चाहिये कि वे येसु का अनुसरण करें। येसु जीवन के द्वार
हैं जो दयालुता से भरे हुए हैं।" उन्होंने कहा, "आप लोगों को वही बतायें, जिसे आपने
विश्वास में सीखा है, वैसा ही जीवन जीयें जिसे आपने दूसरों को सिखाया है। आप ईश सिद्धांतों
को बतलायें और उन सिद्धांतों के प्रति आप खुद वफ़ादार रहें। आप सुसमाचार के प्रति ईमानदार
रहें और उसी का प्रचार करें, अपनी बातों का नहीं।" रविवार को सम्पन्न यूखरिस्तीय
समारोह में रोम धर्मप्राँत के विकर जेनेरल कार्डिनल अगोस्तिनो वल्लिनी, महाधर्माध्यक्ष
फिलिप्पो जन्नोने सहित सहायक धर्माध्यक्ष और सेमिनरी के रेक्टर और अन्य कई पुरोहितों
ने भाग लिया।