2014-05-08 18:54:12

छात्राओं के अपहरण पर चुप न बैठे दुनिया: मलाला


पाकिस्तान, बृहस्पतिवार 8 मई, 2014 (बीबीसी) पाकिस्तान में तालिबान के जानलेवा हमले में बचीं स्कूली छात्रा मलाला यूसुफ़ज़ई ने कहा है कि अफ़्रीकी देश नाइजीरिया में 200 से अधिक छात्राओं के अपहरण के मामले में दुनिया को चुप नहीं रहना चाहिए।
उन्होंने बीबीसी से कहा, ''अगर हम चुप रहे तो इस तरह की घटनाएं बढ़ती जाएंगी.'' ने नाइजीरिया की अगवा लड़कियों को अपनी बहनें बताया और कहा कि वे एक तरह की जेल में बंद हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने का एक ही रास्ता है और वह यह कि इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई जाए।
उन्होंने बोको हराम को चरमपंथियों का समूह बताते हुए कहा कि वे इस बात को नहीं समझते हैं कि इस्लाम कहता है कि उसे मानने वालों का यह कर्तव्य है कि वे ख़ुद को शिक्षित करें और दूसरों के प्रति सहिष्णु और उदार बने।
विदित हो कि लड़कियों की शिक्षा के लिए अभियान चलाने पर तालिबान ने साल 2012 में के सिर में गोली मार दी थी। ब्रिटेन में महीनों के पुनर्वास और ऑपरेशन के बाद 16 साल की मलाला यूसुफ़ज़ई की जान बच पाई थी. अब वो दुनिया भर में लड़कियों की शिक्षा के लिए अभियान चला रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान ने भी अगवा के लिए कार्रवाई की अपील की है। अगवा लड़कियों को बचाने के लिए तेज़ी से प्रयास न करने के लिए अन्नान ने नाइजीरिया सरकार और अन्य अफ़्रीकी देशों की आलोचना की है। उन्होंने इन लड़कियों की रिहाई के लिए सभी अधिकारों का प्रयोग करने की अपील की है।
बुधवार से नाइजीरिया के शहर अबूजा में शुरू हुए वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम पर इस मामले का साया रहा है। अमरीका, ब्रिटेन और फ़्रांस ने लड़कियों को छुड़ाने के लिए विशेषज्ञों की टीमें भेजी हैं।
बोको हराम के नेता ने हाल में यह स्वीकार किया है कि उनके लड़ाकों ने इन लड़कियों को अगवा किया है, जिनमें से अधिकतर की आयु 16 से 18 साल के बीच है। इन लड़कियों का 14 अप्रैल को चीबोक कस्बे से अपहरण कर लिया गया था।
बोको हराम के नेता अबुबकर शेकू ने इन लड़कियों को 'बेचने' की धमकी दी है। उनका कहना है कि इन लड़कियों को स्कूल में नहीं होना चाहिए बल्कि शादी कर लेनी चाहिए।
वहीं अमरीका की पहली महिला मिशेल ओबामा भी इसके ख़िलाफ़ सोशल मीडिया में चलाए जा रहे एक अभियान में शामिल हैं। उन्होंने एक तस्वीर ट्वीट की है, जिसमें वो तख्ती लिए हुए दिख रही हैं, जिस पर लिखा है, ब्रिंग बैक ऑवर गर्ल्स यानी हमारी लड़कियों को वापस लाओ।
बोको हराम का हौसा भाषा में अर्थ होता है पश्चिमी शिक्षा हराम है। इस संगठन ने 2009 में विद्रोह की शुरूआत की थी।








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