वाटिकन सिटीः संयुक्त राष्ट्र संघीय समझौते पर बातचीत आवश्यक, महाधर्माध्यक्ष थॉमासी
वाटिकन सिटी, 06 मई सन् 2014 (सेदोक): जिनिवा स्थित संयुक्त राष्ट्र संघीय कार्यालय में
परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक एवं वाटिकन के वरिष्ठ महाधर्माध्यक्ष सिलवानो थॉमासी
ने इस बात पर बल दिया है कि प्रताड़ना के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र संघीय समझौता तथा बाल
यौन दुराचार जैसे संवेदनशील मुद्दों पर रचनात्मक वार्ताओं की नितान्त आवश्यकता है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के 52 वें सत्र में परमधर्मपीठ की ओर से रिपोर्ट प्रस्तुत
करने के उपरान्त वाटिकन रेडियो को दी एक भेंटवार्ता में महाधर्माध्यक्ष थॉमासी ने इस
बात को स्पष्ट किया कि वाटिकन राज्य परमधर्मपीठ की ज़िम्मेदारी है क्योंकि केवल वाटिकन
राज्य उसके न्यायाधिकार क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सम्पूर्ण
काथलिक कलीसिया के सदस्यों पर परमधर्मपीठ का न्यायिक अधिकार नहीं है क्योंकि समस्त काथलिक
धर्मानुयायी उसी देश की न्याय व्यवस्था के अन्तर्गत आते हैं जिस देश के वे नागरिक हैं।
महाधर्माध्यक्ष थॉमासी ने बताया कि सोमवार को सम्पन्न संयुक्त राष्ट्र संघीय
बैठक रचनात्मक सिद्ध हुई जिसमें उन्हें शांतिपूर्ण ढंग से अपना पक्ष रखने का मौका मिला।
ग़ौरतलब है कि परमधर्मपीठ ने भी प्रताड़ना के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र संघीय
समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। कुछ दल विभिन्न देशों में काथलिक पुरोहितों द्वारा बच्चों
के विरुद्ध यौन दुराचार के लिये परमधर्मपीठ एवं वाटिकन पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं
जबकि परमधर्मपीठीय अधिकारियों की दलील है कि जिन देशों में अपराध हुए हैं उन्हीं देशों
के अन्तर्गत अपराधियों पर कार्रवाई की जानी चाहिये।