2014-04-30 11:26:52

वाशिंगटनः दो नये सन्त पापाओं की सन्त घोषणा पर ओबामा का श्रद्धा सन्देश


वाशिंगटन, 30 अप्रैल सन् 2014 (ऊका समाचार): वाटिकन में दो सन्त पापाओं की सन्त घोषणा के अवसर पर अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक वकतव्य जारी कर विश्व के पक्ष में सम्पादित नये सन्तों के कार्यों का स्मरण कर उनके प्रति भावभीनी श्रद्धान्जलि अर्पित की।

वाटिकन में, रविवार 27 अप्रैल को सन्त पापा जॉन 23 वें एवं सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय की सन्त घोषणा पर सम्पूर्ण विश्व से श्रद्धा सन्देशों का सिलसिला जारी है। इसी क्रम से जुड़ते हुए राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक वकतव्य जारी कर लिखा कि इन महापुरुषों के साक्ष्यों ने केवल काथलिक कलीसिया में ही परिवर्तनों की बहाली नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व को बेहतर बनाने में योगदान प्रदान किया।

उन्होंने लिखाः "सन्त पापा जॉन 23 वें ने वैश्विक शांति और न्याय की स्थापना हेतु काथलिक कलीसिया की शक्तिशाली भूमिका को रेखांकित किया तथा द्वितीय वाटिकन महासभा का आयोजन कर उन्होंने केवल काथलिक कलीसिया की पूजन पद्धति में क्राँतिकारी परिवर्तन नहीं किये अपितु अन्य धर्मों के समुदायों के साथ काथलिक कलीसिया के सम्बन्धों को भी सुधारा।"

सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय के विषय में उन्होंने लिखाः "उन्होंने पोलैण्ड में सोलीडेरिटी अभियान को प्रेरणा दी, उस अभियान को जिसने सम्पूर्ण पूर्वी यूरोप में साम्यवाद की समाप्ति कामार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की रंगभेद नीति एवं रुआण्डा के नरसंहार की कड़ी निन्दा करते हुए अपनी आवाज़ बुलन्द की। युवाओं के साथ उनका विशेष सम्बन्ध था जिनमें से अनेक को उन्होंने काथलिक कलीसिया एवं उसकी शिक्षाओं के प्रति आकर्षित किया।"

राष्ट्रपति ओबामा ने लिखाः "हम काथलिक कलीसिया के इन दो नये सन्तों के समारोह में शामिल होते हुए विश्व के सब लोगों के लिये शांति एवं न्याय की बहाली हेतु सन्त पापा फ्राँसिस एवं काथलिक कलीसिया के साथ मिलकर काम करने की आशा रखते हैं।"







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