2014-04-30 11:34:13

इस्लामाबादः विरोध प्रदर्शन के समय मानवाधिकार कार्यकर्त्ता की पिटाई


इस्लामाबाद, 30 अप्रैल सन् 2014 (ऊका समाचार): इस्लामाबाद में सोमवार को एक विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्त्ता अमीना मसूद जानजुआ की पुलिस ने पिटाई की। पाकिस्तानी संसद के समक्ष हुई इस घटना के उपरान्त दो पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

मानवाधिकारों की रक्षा हेतु गठित संगठन की संस्थापिका एवं अध्यक्षा सुश्री जानजुआ सहित लगभग एक दर्ज़न लोगों पर पुलिस ने हमला किया तथा उन्हें हिरासत में लिया। बाद में प्रधान मंत्री नवाज़ शरीफ के आदेश पर इन्हें रिहा किया गया। प्रदर्शनकारी लापता लोगों के बारे में जानकारी की मांग करते हुए संसद के समक्ष प्रदर्शन कर रहे थे।

पुलिस द्वारा जानजुआ की पिटाई का दृश्य पाकिस्तान के जियो न्यूज पर दर्शाया गया जिसमें पुलिस उन्हें घसीट कर पुलिस वैन में ले जा रही थी।

पुलिस की दलील है कि प्रदर्शनकारी संसद भवन के उच्च सुरक्षा क्षेत्र में घुस आये थे इसलिये उसे कार्रवाई करनी पड़ी।

अमीना जानजुआ ने इस बात पर बल दिया कि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण विरोध कर रहे थे तथा कानून को तोड़ने का उनका कोई इरादा नहीं था। उन्होंने कहा कि विगत कई वर्षों से उनका संगठन लापता लोगों के लिये विरोध प्रदर्शन करता रहा है किन्तु कभी भी उन्हें पुलिस के दुर्व्यवहार का सामना नहीं करना पड़ा था।

जानजुआ के अनुसार उनके सहयोगियों पर पुलिस स्टेशन पर अत्याचार किया गया, उन्होंने कहाः " हम धमकियों एवं उत्पीड़न से विचलित नहीं होंगे तथा लापता लोगों की रिहाई हेतु अपनी आवाज़ बुलन्द करते रहेंगे।"

बाद में प्रधान मंत्री नवाज़ शरीफ ने एक वकतव्य जारी कर पुलिस के दुर्व्यवहार पर खेद व्यक्त किया। उन्होंने यह भी कहा कि शान्तिपूर्ण रूप से प्रदर्शन करना नागरिकों का अधिकार है।










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