इस्लामाबादः यौन हिंसा के शिकार बच्चों के लिये पाकिस्तानी काथलिकों ने मांगा न्याय
इस्लामाबाद, 29 अप्रैल सन् 2014 (एशियान्यूज़): पाकिस्तान के काथलिक धर्मानुयायियों ने
रविवार को देश के अनेक गिरजाघरों में जुलूसों का आयोजन कर निर्दोष बच्चों के विरुद्ध
यौन हिंसा की निन्दा की तथा न्याय की मांग की।
पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त स्थित
सैलकोट ज़िले में सात वर्षीया सारा के सामूहिक बलात्कार मामले के उपरान्त दो और मामले
सामने आये हैं। विगत सप्ताह पंजाब प्रान्त के झाँग ज़िले में एक नौ वर्षीया बालिका की
सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी तथा फैसलाबाद में एक छः वर्षीया बालिका को
बलात्कार के बाद गम्भीर हालत में फेंक दिया गया था।
सैलकोट की सात वर्षीया सारा
अस्पताल में गम्भीर हालत में भर्ती है तथा उसके पिता को पुलिस ने अवैध रूप से हिरासत
में रखा है ताकि वे अपराध की रिपोर्ट न कर पायें।
पाकिस्तान के काथलिकों एवं
मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं का कहना है कि अपराधियों के बचाव में पुलिस की मिलीभगत तथा
सामान्य जनता को सुरक्षा प्रदान करने हेतु सरकार की निष्क्रियता अपराधियों का हौसला बढ़ा
रही है।
रविवार को पाकिस्तान के कई गिरजाघरों में सारा सहित बलात्कार एवं हत्या
के शिकार सभी निर्दोष बच्चों के लिये प्रार्थनाएँ अर्पित की गई तथा ईश निन्दा कानून के
तहत गिरफ्तार आसिया बीबी एवं सावन मसीह की तुरन्त रिहाई के लिये भी दुआएँ मांगी गई।
मसीह
न्यास एवं लाईफ फॉर ऑल पाकिस्तान के अध्यक्ष काथलिक पुरोहित फादर जॉन अय्युब ने कहा कि
हाल के वर्षों में अल्पसंख्यकों, महिलाओं एवं बच्चों के विरुद्ध हिंसा में वृद्धि हुई
है। पाकिस्तान की सरकार का उन्होंने आह्वान किया कि वह हिंसा के इन मामलों को गम्भीरता
से ले, अपराधियों के विरुद्ध न्यायोचित कार्रवाई करे तथा नागरिकों की सुरक्षा का बेहतर
इन्तज़ाम करे।