2014-04-17 10:00:42

वाटिकन सिटीः सन्त प्रकरण परिषद की आज्ञप्ति को सन्त पापा फ्राँसिस का अनुमोदन


वाटिकन सिटी, 17 अप्रैल सन् 2014 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने परमधर्मपीठीय सन्त प्रकरण परिषद द्वारा मंगलवार, 15 अप्रैल को प्रस्तुत आज्ञप्ति को अनुमोदन दे दिया। आज्ञप्ति में दो धन्य आत्माओं द्वारा सम्पादित चमत्कारों एवं दो प्रभु सेवकों के वीरोचित गुणों का बखान किया गया है। इनके नाम एवं परिचय इस प्रकार हैः

-फ्राँसिसी धर्मसमाजी पुरोहित, कासोरिया के धन्य लूडविक जिन्होंने "ग्रे सिस्टर्स" अथवा सन्त एलीज़ाबेथ के फ्राँसिसकन धर्मसंघ की स्थापना की थी। धन्य लूडविक का जन्म इटली के कासोरिया में 11 मार्च, 1814 ई. को तथा निधन नेपल्स में 30 मार्च 1885 ई. को हुआ था;

-फ्राँसिसी धर्मसमाजी पुरोहित, धन्य अमातो रोनकोनी जिन्होंने परित्यक्त एवं बेसहारा लोगों के लिये अमातो रोनकोनी विश्राम स्थल की स्थापना की थी। आपका जन्म इटली के सालूदेयो में लगभग सन् 1226 ई. में तथा निधन, रिमीनी में, सन् 1292 ई. में हुआ था;

-येसु के पवित्रतम हृदय को समर्पित धर्मसमाज के पुरोहित, क्लाओदियोपोलिस के नामधारी महाधर्माध्यक्ष तथा पापुआ के पूर्व प्रेरितिक प्रशासक, प्रभु सेवक मरिया अलानो दे गिनो बोईमेनू; आपका जन्म फ्राँस के सेन्ट मालो में 27 दिसम्बर, 1870 ई. को तथा निधन फिजी द्वीप के कुबुना में 05 नवम्बर, 1953 ई. को हुआ था;

-उद्धारकर्त्ता प्रभु येसु को समर्पित धर्मसमाज के पुरोहित, प्रभु सेवक विलियम यानाऊशेक; आपका जन्म ऑस्ट्रिया के विएना में 19 अक्तूबर, 1859 ई. को तथा निधन, विएना में ही, 30 जून 1926 ई. को हो गया था।









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