2014-04-16 15:58:59

9 अप्रैल 2014


श्रोताओं के पत्र
पत्र- सेवा में, निदेशक, सत्य भारती राँची,
हमारे उद्धारकर्ता पिता परमेश्वर प्रभु येशु के पवित्र नाम में सत्य भारती के कार्यकर्ताओं को मेरा प्यार भरा नमस्कार। आपलोगों के द्वारा रोम से प्रसारित हिन्दी भाषा में प्रसारण रेडियो का मैं नियमित श्रोता हॅूं। सुनने से जीवन में शांति, आत्मिक लाभ एवं आशिष प्राप्त होता है। वर्ष 2013 में प्रकाशित वाटिकन भारती के सभी कार्यक्रम मेरे लिए बहुत ही आकर्षक और रोचक लगा। अतः आप लोगों से निवेदन है कि वाटिकन भारती पत्रिका के प्रकाशित अंकों के साथ-साथ संत पापा का फोटो उपरोक्त पते से भिजवाने की कृपा करें। विशेष प्रार्थनाओं के साथ प्रभु में आपका एक विश्वासी बन्धु एवं सेवक।
सकलदीप शर्मा, मोसेस प्रार्थना भवन चोरमा बसन्तपुर, , सीवान।

पत्र- महाशय, नमस्कार! परम सम्मान के साथ सहर्ष सूचित करना है कि मैँ वाटिकन रेडियो का नियमित, पुराना तथा जागरुक श्रोता हूँ।आपके द्वारा प्रसारित सभी कार्यक्रम शांतिदायक,ग्यानवर्द्धक, शिक्षाप्रद, प्रेरणादायक और सारगर्भित होते हैँ।कार्यक्रम प्रस्तुतिकरण शैली तथा प्रसारण गुणवत्ता उच्च स्तर के हैँ। इसलिए कार्यक्रम सुनकर नियमित पत्र लिखने का प्रयास करता हूँ। आपके फेसबुक और वेबसाइट भी बहुत अच्छे लगते है। 13 मार्च को सुबह की सभा मेँ मासिक प्रार्थना मनोरथ तथा भक्ति गीत-क्षमा करो मुक्तिदाता प्रभु येसु..... सुना। प्रस्तुत कार्यक्रम-मासिक प्रार्थना मनोरथ तथा भक्ति गीत शांतिदायक लगा। वाटिकन रेडियो परिवार को हार्दिक धन्यबाद!
डॉ. हेमान्त कुमार, प्रिदर्शनी रेडियो लिसर्न्स क्लब के अध्यक्ष, गोराडीह भागलपुर, बिहार।
पत्र- सेवा में,
श्रोताओं के पत्र कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले भाई बहनजी को हमारे तरफ से प्यार भरा नमस्कार। आपका दोनों प्रसारण सुबह और शाम हमारे इलाके में सुनाई नहीं दे रहा है।
अनमोल वचन लिख कर भेज रहा हॅूं।
दूसरों के साथ वह व्यवहार न करो, जो तुम्हें अपने लिए पसंद न हो।
शरीर के रोग शत्रु से भी अधिक हानिकारक होते हैं।
इस संसार का कोई भी तप समय से श्रेष्ठ नहीं हैं
कठोर वाणी आग से जलने से भी दुःखदायी होती है।
पल भर का क्रोध आपका भविष्य बिगाड़ सकता है।
मनुष्य की वृद्धि और विनाश उसके अपने हाथ में होता है।
रामबिलास प्रसाद, सियोन रेडियो लिस्नर्स क्लब के अध्यक्ष, पू. चम्पारण के कृतपुर मठिया।
पत्र- आदरणीय फादरजी,
प्रभु के नाम में नमस्कार। मैंने वाटिकन भारती का अक्टूबर अंक 2013 पढ़ा। यह ज्ञानवर्द्धक एवं रोचक था। सचमुच रेडियो सेवा का सटीक अर्थ है ईश्वर के सेवक एवं संदेशवाहक। हम श्रोताओं को वाटिकन रेडियो के माघ्यम से ईश्वर के वचनों का भरपूर ज्ञान प्राप्त होता है। श्री चेल्ली ने कहा कि वर्तमान विश्व की अनगिनत समस्याओं की पृष्ठभूमि में न्याय एवं शांति को प्रोत्साहन देने के लिए वाटिकन रेडियो ने ईश वचन को स्त्री-पुरुष के बीच पहुँचा कर सराहनीय भूमिका निभायी है। इस अवसर पर बहन जेनेविव क्रिस्टोफर जी को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया गया। उन्हें चेल्ली ने पुरस्कार स्वरुप परमधर्मपीठीय प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया। हम श्रोताओं की ओर से जुलयट जेनेविव क्रिस्टफर जी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।
दीपक कुमार दास, अपोलो रेडियो लि. क्लब के अध्यक्ष, ढोली सकरा, बिहार।








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