2014-04-12 14:57:31

अंतर्राष्ट्रीय कैथोलिक बाल ब्यूरो के सदस्यों से संत पापा ने मुलाकात की


वाटिकन सिटी, शनिवार, 12 अप्रैल 2014 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने 11 अप्रैल को वाटिकन स्थित क्लेमेंटीन सभागार में अंतर्राष्ट्रीय कैथोलिक बाल ब्यूरो (वीआईसीए) के सदस्यों से मुलाकात कर, यौन शोसन के अपराधी पुरोहितों द्वारा की गयी क्षति के लिए क्षमा माँगी।
संत पापा ने कहा, ″मैं व्यक्तिगत रूप से उन पुरोहितों के अपराध के लिए माफी माँगता हूँ जिन्होंने बच्चों के यौन शोषण द्वारा उन्हें गहन क्षति पहुँचायी है। कलीसिया इस क्षति के प्रति सचेत है। यह व्यक्तिगत एवं नैतिक क्षति है जो कलीसिया द्वारा करार दिया गया है। इस समस्या के समाधान हेतु उठाये गये कदम से हम पीछे नहीं हटेंगे क्योंकि बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए।″
मालूम हो कि बीआईसीए एक ग़ैरसरकारी काथलिक संगठन है जो विश्व व्यापी स्तर पर बच्चों के अधिकार एवं प्रतिष्ठा हेतु कार्यशील है।
संत पापा ने माता-पिता के कर्तव्यों पर भी प्रकाश डालते हुए उन्हें कहा, कि ″माता-पिता अपने बच्चों के नैतिक एवं धार्मिक शिक्षा के लिए उत्तरदायी हैं तथा वे उनके लिए सभी प्रकार के ‘शैक्षणिक प्रयोग’ का बहिष्कार कर सकते हैं।″
संत पापा ने कहा कि प्रत्येक बच्चे का परिवार में अपने पिता-माता के साथ विकसित होने का पूरा हक है जो बच्चों के विकास हेतु उचित वातावरण एवं भावनात्मक परिपक्वता प्रदान कर सकते हैं।
संत पापा ने आह्वान किया कि आधुनिकता के नाम पर बच्चों एवं युवाओं के साथ ‘शैक्षणिक प्रयोग’ न किया जाए जो उन्हें भ्रष्ट विचारों के लिए मजबूर करता है।
संत पापा ने बी आई सी ए के सदस्यों से आग्रह किया कि वे बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु सच्चे मानवविज्ञान प्रशिक्षण को प्रोत्साहन दें जिससे बच्चों एवं युवाओं को सम्प्रेषण माध्यमों द्वारा आधुनिक संस्कृति की चुनौतियों से संघर्ष कर, मानव की सच्ची गरिमा को अपनाने में मदद मिल सके।








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