वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 10 अप्रैल 2014 (वीआर सेदोक): मानव तरस्करी पर रोक हेतु कलीसिया
एवं कानून व्यवस्था के लिए ज़िम्मेदार लोगों के द्वितीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग
ले रहे प्रतिनिधियों से 10 अप्रैल को, संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन स्थित क्लेमेन्टीन
सभागार में मुलाकात की। संत पापा ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा, "मानव तस्करी समकालीन
समाज के शरीर पर एक खुला घाव है, यह ख्रीस्त के शरीर पर कोड़े से किया गया घाव जैसा है।
यह मानव के विरूद्ध अपराध है।" उन्होंने कहा कि हमारी यह पहल मानव तस्करी के शिकार लोगों
के प्रति सुसमाचार की करूणा प्रदर्शित करना एवं उन्हें अपनी निकटता प्रदान करना है। संत
पापा ने सभा में उपस्थित कानून व्यवस्था के ज़िम्मेदार लोगों को संबोधित कर कहा, "आज
हमारी इस मुलाकात में कानून व्यवस्था के लिए ज़िम्मेदार व्यक्ति भी उपस्थित हैं जो कानूनों
के आधार पर इस दुखद वास्तविकता का मुकाबला करते हैं। आप मानवीय और सामाजिक कार्यकर्ता
हैं जिनका उत्तरदायित्व पीड़ितों का स्वागत करना, उन्हें मानव सुरक्षा प्रदान करना तथा
उनके लिए नये जीवन का निर्माण करना है।" संत पापा ने कहा कि ये दो अलग-अलग दृष्टिकोण
हैं किन्तु दोनों के लिए एक साथ चलना अति आवश्यक है। ये दोनों पूरक दृष्टिकोण, वार्ता
एवं विचारों के आदान-प्रदान के आधार पर बहुत महत्वपूर्ण हैं अतः यह सम्मेलन लोगों के
लिए अत्यन्त सहायक सिद्ध होगा। संत पापा ने आशा जतायी कि जिस प्रकार सम्मेलन ने एक
वर्ष सफलता पूर्वक कार्य किया है आगे भी एक साथ मिलकर आम पहलों पर वह कार्यरत रहेगा।
उन्होंने उनकी तत्परता एवं उदारता के लिए धन्यवाद दिया तथा उनके लिए प्रभु येसु एवं माता
मरिया से प्रार्थना की।