काठमाण्डूः सरकार धर्मनिरपेक्ष हो केवल हिन्दुओं को समर्थन नहीं, नेपाल के अल्पसंख्य
काठमाण्डू, 02 अप्रैल सन् 2014 (एशियान्यूज़): नेपाल के धार्मिक अल्पसंख्यकों ने सरकार
से अपील की है कि वह धर्मनिरपेक्ष बने तथा केवल हिन्दुओं को ही समर्थन न दे।
नेपाल
के अल्पसंख्यकों का आरोप है कि अपनी धर्मनिरपेक्ष प्रकृति के बावजूद नेपाल सरकार केवल
हिन्दुओं के धार्मिक पर्वों पर आयोजित कार्यक्रमों को ही वित्तीय एवं व्यवस्थात्मक मदद
प्रदान करती है।
नेपाल के अल्पसंख्यकों के अनुसार सरकार के पक्षपाती व्यवहार
का नवीनतम उदाहरण महाकुम्भ मेला है जिसके लिये सरकार ने पचास लाख रुपये दिये है तथा तीर्थयात्रियों
के लिये कई शरणस्थलों एवं धर्मशालाओं का प्रबन्ध किया है।
ख्रीस्तीय पादरी सी.बी.घटकराज
ने एशियान्यूज़ से कहा, "किसी भी सरकार के लिये यह सही नहीं है कि वह एक धर्म के लोगों
को समर्थन प्रदान करे तथा अन्य धर्मों के अनुयायियों की अवहेलना करे।
मुसलमान
धर्मानुयायी नज़रुल हुसैन तथा बौद्ध धर्मानुयायी धर्मा मूर्ति के अनुसारः "हिन्दु धर्म
के लिये नेपाल सरकार का पक्षपात हम सभी के लिये एक मनोवैज्ञानिक ख़तरा बन गया है।"