वाराणसीः सड़कछाप बच्चों के पुनर्वास में लगा काथलिक संगठन "डेर"
वाराणसी, 01 अप्रैल सन् 2014 (ऊका समाचार): वाराणसी में एक काथलिक संगठन ड्रग अब्यूज़
रेज़िस्टेन्स एडूकेशन "डेर" सड़क पर जीवन यापन करनेवाले बच्चों को बचाने का नेक काम कर
रहा है तथा अब तक 50 से अधिक बच्चों को बचा चुका है।
वाराणसी रेलवे स्टेशन के
इर्द गिर्द सैकड़ों बेघर बच्चे घूमते रहते हैं तथा अनेक बार मादक पदार्थों की आसक्ति
अथवा वेश्यावृत्ति का शिकार होते हैं।
वाराणसी के काथलिक पुरोहित फादर अभिषिक्तानन्द
ने धर्मबहन सि. मंजू के साथ मिलकर सन् 2010 में सड़क पर जीवन यापन करनेवाले बच्चों के
पुनर्वास का बीड़ा उठाया था। उन्होंने ऊका समाचार से कहा, "अधिकांश बच्चे सड़कों
पर कचरा बीनने का काम करते हैं तथा प्लासटिक को अलग कर उसे 40 रुपये प्रति किलो के हिसाब
से बेचते हैं किन्तु बहुत बार दुर्व्यवहार के शिकार बनते हैं।"
उन्होंने बताया
कि उनके द्वारा स्थापित "डेर" के आश्रम में इस समय 40 बच्चे शरण पा रहे हैं जिनकी शिक्षा
दीक्षा का भार संगठन ढो रहा है। बच्चों को उनके परिवारों से वापस मिलाने की कोशिश भी
जारी है।