इस्लमाबाद, शुक्रवार 28 मार्च, 2014 (उकान) पाकिस्तान की राजधानी इस्लमाबाद में बसी 12
ख्रीस्तीय बस्तियों को उजाड़ने की सरकरी योजना का स्थानीय लोगों ने जमकर विरोध किया है।
उक्त बात की जानकारी देते हुए पूर्व सांसद एक जुझारु ख्रीस्तीय नेता जूलियस सलिक
ने बतलाया कि राजधानी विकास प्राधिकरण का झुग्गियों को उजाड़ने की योजना का ईसाई और मुस्लिम
दोनों खुल कर विरोध करेंगे। कैपिटल डेवलोपमेंट ऑथोरिटी (सीडीए) के अनुसार राजधानी
में बनी झुग्गी-झोपड़ी ग़ैरकानूनी है। उधर वर्ल्ड माइन्योरिटी अलाएंस (डब्ल्यूएमए)
सदस्य जूलियुस सलिक ने कहा कि हम विकास प्राधिकरण की योजना का विरोध करेंगे। मालूम
हो कि इस क्षेत्र में करीब 2000 ख्रीस्तीय परिवार मिट्टी और ईँट के घर बनाकर वर्षों से
जीवन-यापन कर रहे हैं। जुलियुस ने ‘उकान’ समाचार को बताया कि वे सरकारी योजना के
विरोध में तुरन्त ही ‘जेल भरो योजना’ आरंभ करेंगे और गिरफ़्तारियाँ देंगे। विदित
हो कि पाकिस्तान की गृह मंत्रालय ने इस बात की घोषणा की है कि अवैध रूप से बसी बस्तियाँ
राजधानी की सुरक्षा के लिये ख़तरनाक हैं। उन्होंने दावा किया कि इन बस्तियों में
कई अफ़गानी शरणार्थी और संदेहात्मक आतंकवादी निवास करते हैं जो देश की सुरक्षा के लिये
ख़तरनाक हैं।