गोवाः बाईबिल के साथ प्रस्तुत होने के लिये भाजपा सांसद मुसीबत में
गोवा, 25 मार्च सन् 2014 (ऊका समाचार): गोवा में भाजपा के सांसद तथा उत्तरी गोवा में
चुनाव अभियान आरम्भ करते भाजपा के एक उम्मीदवार ख्रीस्तीयों के पवित्र धर्मग्रन्थ बाईबिल
की एक प्रति के साथ प्रस्तुत हुए जिससे गहन वाद विवाद उत्पन्न हो गया है।
आईएएनएस
के हवाले से ऊका समाचर ने प्रकाशित किया कि रविवार को गोवा में एक वकील कार्यकर्त्ता
ने, चुनाव अभियान में धार्मिक प्रतीकों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए, राज्य के पूर्व
केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाईक के विरुद्ध, मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष एक शिकायत
दर्ज की।
नाईक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए वकील रॉडरिग्स ने चुनाव प्रधिकरण
को दी अपनी शिकायत में कहा, "इस समय प्रभावी आदर्श आचार संहिता चुनाव प्रचार के लिए मस्जिदों,
गिरजाघरों, मंदिरों या अन्य धार्मिक स्थानों के उपयोग पर कड़े प्रतिबन्ध लगाती है।"
भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) के उम्मीदवार श्रीपद नाईक ने शनिवार को गोवा के
इमेक्यूलेट कॉनसेपशन नामक मरियम महागिरजाघर में जाकर अपना चुनाव अभियान शुरु किया था।
नाईक का दावा है कि महागिरजाघर उनके निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत आता है इसलिये
उस क्षेत्र के मतदाताओं से मिलने में किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिये। उन्होंने पूछा,
"अपने मतदाताओं से मिलना ग़लत कैसे हो सकता है?"
पिछले कुछ वर्षों से, गोवा
में, भारतीय जनता पार्टी सक्रिय रूप से काथलिकों के बीच प्रचार अभियान चलाती रही है जो
राज्य की कुल आबादी का एक तिहाई हैं। भाजपा का यह भी दावा है कि ख्रीस्तीयों द्वारा मिले
समर्थन से ही वह 2012 के विधान सभा चुनाव जीत पाई थी।
हालांकि, भाजपा के प्रधानमंत्री
पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय परिदृश्य पर आगमन के साथ ही गोवा में भाजपा
और ख्रीस्तीयों के बीच सम्बन्धों में खटास आ गई है।