वॉशिंगटन, डी.सी. बृहस्पतिवार 20 मार्च, 2014 (सीएनए) धन्य जोन पौल द्वितीय के 27 अप्रैल
को संत बनाये जाने के पूर्व अमेरिकी धर्माध्यक्षीय समिति ने वॉशिंगटन डी.सी. में धन्य
जोन पौल के सम्मान निर्मित राष्ट्रीय तीर्थस्थल को 19 मार्च बुधवार को मान्यता प्रदान
की।
अमेरिकी धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष लुईसभिल के महाधर्माध्यक्ष जोसेफ
कूर्त्ज़ ने राष्ट्रीय तीर्थस्थल के बारे में बोलते हुए कहा कि यह तीर्थस्थल अमेरिका
की ओर से धन्य जोन पौल द्वितीय को उनकी विरासत के प्रति दिया गया उचित सम्मान है।
राष्ट्रीय
तीर्थस्थल को अब तक धन्य जोन पौल द्वितीय तीर्थस्थल के नाम से जाना जाता है। तीर्थस्थल
बनाने के लिये ज़मीन का प्रबन्ध नाइट्स ऑफ़ कोलम्बस ने सन् 2011 में किया था। इस तीर्थस्थल
के द्वारा वे चाहते थे कि समाज और विश्व के लिये पोलिश संत पापा जोन पौल द्वितीय की शिक्षा
का विस्तार हो।
तीर्थस्थल के निदेशक पैट्रिक केल्ली कहा कि धन्य जोन पौल द्वितीय
को समर्पित तीर्थस्थल एक ऐसे संत के लिये किया गया है जिन्होंने साहसपूर्वक ईशप्रेम और
मानव प्राणी की मर्यादा का साक्ष्य दिया।
तीर्थस्थल में धन्य जोन पौल द्वितीय
के रक्त को रखा गया है जिसे वर्षों तक उनके निजी सचिव रहे कराकाव के कार्डिनल स्तानिसलाव
डिजीविस्ज ने नाईट्स ऑफ़ कोलम्बस को प्रदान किया था।
नाईट्स ऑफ कोलम्बस के अध्यक्ष
ने तीर्थस्थल की स्थापना के लिये अपनी प्रसन्न्ता ज़ाहिर करते हुए कहा कि धन्य जोन पौल
द्वितीय ने काथलिकों के जीवन को व्यापक रूप से प्रभावित किया है और यह तीर्थस्थल सदा
उसके इस संदेश की याद दिलाता रहेगा कि हम पवित्र होने के लिये बुलाये गये हैं।
धन्य
जोन पौल द्वितीय तीर्थस्थल अपनी स्थापना के तीन साल में ही लोकप्रिय तीर्थस्थल बन गया
है और हज़ारों तीर्थयात्रियों इसके दर्शन के लिये यहाँ आते हैं। तीर्थस्थल में धन्य
जोन पौल द्वितीय की जीवनी और उसकी शिक्षा की प्रदर्शनी भी लगायी गयी है।