2014-03-14 13:52:41

70 पन्नों वाली ‘ऑनलाइन’ किताब


वाटिकन सिटी, शुक्रवार 14 मार्च, 2014 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस के पोप बनाये जाने की पहली सालगिरह पर वाटिकन प्रेस इंटरनेट कार्यालय ने एक ‘ऑनलाइन’ किताब का प्रकाशन किया है। इस किताब में संत पापा के वर्षभर में हुए मुख्य संदेशों के अंशों को तस्वीरों के साथ प्रकाशित किया गया है।

समाचार के अनुसार इसे वाटिनकन रेडियों के वेबसाइट की छः भाषाओं अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, इतालवी स्पैनिश और पोर्तुगीज़ में उपलब्ध कराया गया है। वर्चुअल प्रकाशन की शीर्षक है, "क्या हम पवित्र बनना चाहते है? हाँ या नहीं?"

मालूम हो यह वही प्रश्न है जिसे संत पापा फ्राँसिस ने फरवरी माह में रविवारीय देवदूत प्रार्थना के समय हज़ारों की तादाद में संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में उपस्थित लोगों से पूछा था।

70 पन्नों वाली इस किताब में संत पापा के विभिन्न गुणों, विशेषताओं और विभिन्न मनमोहक पलों को चित्रों के सहारे प्रकट किया गया है। प्रत्येक तस्वीर के साथ संत पापा की उन प्रसिद्ध उक्तियाँ को जोड़ दिया गया जिसे उन्होंने प्रवचन या वक्तव्यों के दौरान कही।

विदित हो कि संत पापा फ्राँसिस पिछले वर्ष 13 मार्च सन् 2013 को उस समय संत पोप चुने गये थे जब संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें के ससम्मान सेवानिवृत्त होने के बाद संत पापा का पद रिक्त हो गया था।

याद रहे संत पापा की उक्तियों पर क्लिक करने से संत पापा के संपूर्ण संदेश या वक्तव्य को प्राप्त किया जा सकता है। और इसके साथ जुड़े अन्य तस्वीर वीडियो और ऑडियो लिंक को भी प्राप्त किया जा सकता है।

ऑनलाइन किताब का आरंभ ‘एक ख्रीस्तीय उदास कदापि नहीं रह सकता’ से किया गया है।

अन्य उक्तियाँ विश्व युवा दिवस, लम्पेदूसा की यात्रा, देवदूतयात्रा और बुधवारीय आमदर्शन संदेश तथा प्रेरितिक प्रबोधन ‘एवानजेली गौउदियुम’ से लिया गया तथा इसके सम्पूर्ण मूलपाठ भी उपलब्ध हैं।










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