वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 13 मार्च 2014 (सीएनए): काथलिक कलीसिया के परमधर्माध्यक्ष
संत पापा फ्राँसिस के रोम धर्मासन में एक वर्ष पूरे होने पर, अमरीका के धर्माध्यक्षों
ने संत पापा के उदाहरणों की सराहना की तथा विश्वासियों को उनके लिए प्रार्थना जारी रखने
का प्रोत्साहन दिया। अमरीकी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की प्रशासनिक समिति के सदस्यों
ने संत पापा फ्राँसिस के संत पापा चुने जाने की प्रथम वर्षगाँठ पर एक लेख प्रकाशित कर
उन्हें धन्यवाद दिया। 11 मार्च को वाशिंगटन में मार्च महिने में होने वाले वार्षिंक
सम्मेलन में भाग लेने हेतु एकत्र यू एस सी सी धर्माध्यक्षों ने संत पापा के एक वर्ष की
कार्यावधि को समीक्षात्मक दृष्टि से देखते हुए कहा, "संत पापा ने काथलिकों को निरंतर
सुसमाचार के मौलिक मूल्यों की ओर लौटाने का आग्रह किया है। उन्होंने हमें ग़रीबों की
कलीसिया बनने, हाशिये के लोगों एवं समाज से बहिष्कृत लोगों तक पहुँचने हेतु प्रोत्साहन
दिया है।" उन्होंने आगे कहा कि संत पापा ने व्यक्तिगत रूप से सादगी का जीवन अपनाकर,
कैदियों के पैर धोकर तथा बुरी तरह से विकृत व्यक्ति को बाहों में लेकर हमारे लिए अच्छा
उदाहरण प्रस्तुत किया है। संत पापा द्वारा कलीसिया में किये जा रहीं सुधार प्रक्रियाओं
पर ध्यान देते हुए उन्होंने कहा, "रोमन कुरिया में जो परिवर्तन किया जा रहा है उससे संत
पापा की प्रेरिताई में मदद मिलेगी तथा आज की आवश्यकता के अनुसार बेहतर सेवा सम्भव होगी।
धर्माध्यक्षों ने कहा कि बहिष्कृत लोगों के प्रति संत पापा की निरंतर पहुँच, करूणा
पर बल तथा उनका सच्चा मानवीय स्वभाव न केवल काथलिकों को किन्तु ख्रीस्तीयों एवं विश्वभर
में सदिच्छा रखने वालों को प्रभावित करने में समर्थ रहा है। उन्होंने विश्वासियों
से आग्रह किया है कि वे संत पापा के लिए प्रार्थना करें कि वे ईश्वर की कृपा से रोम धर्मासन
में एक भले चरवाहे बने रहें। उन्होंने संत पापा को शुभकामनाएं प्रदान कीं। ज्ञात हो
कि गत वर्ष संत पापा बेनेडिक्ट सोलहवें के पद त्याग के पश्चात् 13 मार्च 2013 को संत
पापा फ्राँसिस रोमन काथलिक कलीसिया के परमधर्माध्यक्ष चुने गये थे। विदित हो कि संत
पापा फ्राँसिस महाप्रेरित संत पेत्रुस के 266 वें उत्तराधिकारी हैं।