बैंगलोरः कर्नाटक में ख्रीस्तीयों को अपनी तरफ करने में लगी भाजपा
बैंगलोर, 26 फरवरी सन् 2014 (ऊका समाचार): इन्डियन एक्प्रेस समाचार पत्र की एक रिपोर्ट
के अनुसार भारतीय जनता पार्टी की कर्नाटक यूनिट लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र राज्य के
ख्रीस्तीयों को अपनी तरफ करने की पूरी कोशिश कर रही है।
भाजपा ने अपनी नकारात्मक
छवि को ख्रीस्तीयों के मनोमस्तिष्क से हटाने के लिये कई वरिष्ठ ख्रीस्तीय नेताओं को अपने
सम्मेलनों में आमंत्रित किया है।
"ख्रीस्तीय बन्धुओं के प्रति भाजपा की दृष्टि"
शीर्षक से, एक दूसरे को प्रभावित करने का इस तरह का पहला कार्यक्रम सोमवार को बैंगलोर
में आयोजित किया गया था। इसी तरह के एक अन्य कार्यक्रम में भाजपा ने उच्च न्यायालय के
सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एम. एफ. सल्डाना तथा सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी लूकस वाल्लाथराय
को आमंत्रित किया है।
इनके अतिरिक्त, कर्नाटक राज्य के भाजपा मुख्यमंत्री ने
गोआ के उपमुख्यमंत्री फ्राँसिस डिसूज़ा को अपना प्रभाव डालने के लिये आमंत्रित किया है।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री सुरेश कुमार समुदाय के कल्याण हेतु धर्मनिरपेक्षता के
प्रति भाजपा के समर्पण पर बात करेंगे।
इस बीच, भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे के
महासचिव केनेडी शान्ताकुमार ने इन्डियन एक्प्रेस से बातचीत में ख्रीस्तीयों के पक्ष में
सम्पादित भाजपा के कार्यों का ब्यौरा दिया और कहा, "ख्रीस्तीय धर्मानुयायी शिक्षित लोग
हैं जिनके कल्याण के लिये भाजपा ने कई पहलों को सम्पादित किया है, उदाहरणार्थ पूर्व मुख्यमंत्री
येदुरप्पा ने ख्रीस्तीयों के विकास के लिये पचास करोड़ रुपये आबंटित किये थे।" केनेडी
ने कहा कि भाजपा ख्रीस्तीयों की आकाँक्षाओं को समझना चाहती है और इसीलिये वह इस तरह के
कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है।
हालांकि, इन कार्यक्रमों में आमंत्रित पूर्व
आई.ए.एस. अधिकारी वल्लाथराय ने कहा, "भाजपा के शासनाधीन ख्रीस्तीयों के विरुद्ध कई हिंसक
वारदातें हुई हैं। भाजपा में कई नेता बहुत अच्छे हैं किन्तु भाजपा के कई लोग चरमपंथियों
के पक्षधर हैं इसलिये जब तक भाजपा चरमपंथियों का साथ नहीं छोड़ेगी तब तक उसपर विश्वास
करना कठिन ही होगा।"