सेवापूर्ण जीवन है कार्डिनल का जीवन, विशेषाधिकार नहीं
वाटिकन सिटी, सोमवार 24 फरवरी, 2014 (सीएनए) संत पापा फ्रांसिस ने रविवार 23 फरवरी को
वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर में 19 नये कार्डिनलों के साथ यूखरिस्तीय बलिदान
चढ़ाया।
संत पापा ने यूखरिस्तीय बलिदान के दौरान प्रवचन देते हुए कहा कार्डिनलों
का पवित्रतापूर्ण जीवन कलीसिया और ईश्वर की सेवा का जीवन है।
उन्होंने कहा कि
माता कलीसिया और प्रभु येसु आपसे से इस बात की अपेक्षा करते हैं कि आप अच्छाई, मेलमिलाप
और सेवा की भावना से कार्य करते हुए अपने पवित्र जीवन का साक्ष्य पूरे उत्साह से दें।
उन्होंने कहा कि कार्डिनल मंडली का सदस्य बनने का अर्थ है सेवा का जीवन, न कि
विशेषाधिकार सम्पन्न जीवन। कार्डिनल रोम की कलीसिया में प्रवेश करता है न कि राजमहल में।
संत पापा ने प्रार्थना की कि सब कार्डिनल क्रूस पर अपना बलिदान करने वाले येसु मसीह
की आत्मा द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त करें ताकि हमें एक ऐसा साधन बनें जिससे प्रेम की
धार बहती है। एक कार्डिनल का मनोभाव येसु के समान हो और उसका वर्ताव भी उसी के समान।