कीभ, यूक्रेन शुक्रवार 21 फरवरी, 2014 (सीएनए) यूक्रेन के ग्रीक कैथोलिक कलीसिया के
प्राधिधर्माध्यक्ष स्वियातोसलाव शेवचुक ने यूक्रेन में हो रही हिंसा की भर्त्षणा करते
हुए कहा है कि ‘मानव जीवन के बलिदान का निर्णय कोई मानव नहीं ले सकता’।
हिंसा
भड़काना ईश्वर के नियम और सुसमाचार के मूल्यों के विरुद्ध है। उन्होंने विरोधियों को
आमंत्रित करते हुए कहा कि वे प्राँगण में स्थापित दो प्रार्थनालयों में आकर शांति के
लिये प्रार्थना कर सकते हैं।
प्राधिधर्माध्यक्ष ने कहा कि काथलिक कलीसिया की
इच्छा है कि वह ‘शांति निर्माता’ बने और उन बातों को विरोध करे जो हथियार उठाते हैं और
निर्दोषों को अपना शिकार बनाते हैं। काथलिक कलीसिया इसकी निंदा करती है।
विदित
हो कि बुधवार 19 फरवरी को राष्ट्रपति विक्टोर यानोकोविच और विरोधी दल के नेताओं के बीच
एक युद्ध विराम का समझौता हुआ था।
यूक्रेन में सरकार विरोधी प्रदर्शनों की शुरुआत
नवंबर में तब हुई थी जब राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच ने रूस के साथ संबंधों को तरजीह
देते हुए यूरोपीय यूनियन के साथ एक समझौते को ख़ारिज़ कर दिया था।
इसके बाद से
ही सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी राजधानी कीएफ़ की सड़कों पर उतरे हुए हैं। बीच में कुछ
समय के लिए उन्होंने सरकारी इमारतों पर भी नियंत्रण कर लिया था।
इस मुद्दे में
रूस सरकार का साथ दे रही है वहीं अमेरिका और यूरोपीय यूनियन विरोधियों के साथ है।
यूक्रेन
के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले तीन दिनों में शहर में 100 लोग मारे गए हैं जबकि
577 घायल हुए हैं, मरने वालों में पुलिस वाले भी शामिल हैं।
यूरोपीय संघ की विदेश
नीति प्रमुख कैथरीन एश्टन के साथ अन्य यूरोपीय देशों के विदेश मंत्रियों ने यूक्रेन के
ख़िलाफ़ संभावित प्रतिबंधों पर चर्चा करने के लिए ब्रसेल्स में एक आपात बैठक बुलाई।
वहीं
अमरीकी विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन की सरकार के 20 सदस्यों पर वीज़ा प्रतिबंध की घोषणा
कर दी है। हालांकि इन सदस्यों के नाम ज़ाहिर नहीं किए गए हैं।
कियीव झीतोमीर लैटिन
धर्मप्राँत के सहधर्माध्यक्ष स्तानिसलाव शिरोकोयादियुक ने बतलाया कि उन्होंने लोगों के
आध्यात्मिक ज़रूरतों की पूर्ति के लिये कापुचिन फादरों का सहारा लिया है।