‘सिगनिस’ द्वारा सम्मानित जेस्विट फादर गास्टन रॉबर्ज
ब्रासेल्स, बृहस्पतिवार 20 फरवरी 2014 (मैटर्सइंडिया): भारतीय फिल्म सिद्धांत के गुरू
एवं देश में संप्रेषण शिक्षा के अग्रणी काथलिक जेस्विट पुरोहित गास्टन रॉबर्ज को विश्व
काथलिक संप्रेषण संगठन ‘सिगनिस’ ने सम्मानित करने का निश्चय किया है। मैटर्स इंडिया
की रिर्पोट के अनुसार, प्रसिद्ध काल्पनिक फिल्म निर्माता सत्यजीत राय के साथ कार्य कर
चुके कनाठा के जेस्विट फादर गास्टन रॉबर्ज को, 27 फरवरी को रोम में आयोजित विश्व कॉग्रेस
के समापन के अवसर पर, सिगनिस वर्ल्ड द्वारा ‘लाइफ टाइम एचीवमेंट’ के पुरस्कार से सम्मानित
किया जाएगा। सिगनिस के महासचिव अलवितो डीसुजा ने कहा, "सिगनीस पुस्कार सिगनिस के उन
सदस्यों को सम्मान प्रदान करता है जिन्होंने काथलिक सम्प्रेषण के क्षेत्र में अपूर्व
योगदान दिया है।" फादर गास्टन रॉबर्ज का जन्म कनाडा के मोनड्रेयल में सन् 1935 ई.
में हुआ। वे सन् 1961 ई. में प्रथम बार एक जेस्विट मिशनरी बनकर भारत आये तथा सन् 1970
ई. में कलकत्ता में ‘चित्रवाणी संचार केंद्र’ की स्थापना की। उन्होंने 26 वर्षो तक स्वयं
इस संस्था का संचालन भी किया। सन् 1989 ई. में वे रेडियो वेरितास एशिया के बंगला कार्यक्रम
के प्रथम प्रसारक बने तथा 12 वर्षों पश्चात् ग्रामीण महिलाओं के लिए प्रौढ़ शिक्षा हेतु
रेडियो द्वारा ‘चेतना’ कार्यक्रम की शुरूआत की। फादर गास्टन रॉबर्ज ने सन् 1986 ई.
में संत ज़ेवियर कॉलेज कलकत्ता में संचार अनुसंधान प्रशिक्षण केंद्र (ईएमआरसी) खोला तथा
10 वर्षों तक उसका निर्देशन किया। इसके साथ फादर ने संचार, सिनेमा, मानव विकास एवं आध्यात्मिकता
आदि में कई किताबें प्रकाशित की हैं। सन् 1999 ई. में ‘सम्प्रेषण सिनेमा विकास’ पर उनकी
किताब के लिए भी उन्हें 46 वेँ राष्ट्रीय फिल्म उत्सव में राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान
किया गया था।