2014-02-19 11:43:20

वाटिकन सिटीः "येसु के शब्द प्रलोभनों से मुक्त करते", सन्त पापा फ्राँसिस


वाटिकन सिटी, 19 फरवरी सन् 2014 (सेदोक): वाटिकन स्थित सन्त मर्था प्रेरितिक आवास के प्रार्थनालय में, मंगलवार को, ख्रीस्तयाग के अवसर पर सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि येसु के शब्द हमें प्रलोभनों से मुक्त करते हैं।

सन्त पापा ने कहाः "प्रलोभन, बढ़ते जाते हैं, हमें दूषित करते हैं तथा अपना औचित्य ठहराते हैं, ये ईश्वर से नहीं आते अपितु इनके द्वारा शैतान हमें अपनी गिरफ्त में ले लेता है और इससे मुक्ति केवल येसु के शब्द दिला सकते हैं।"

उन्होंने कहा कि येसु ख्रीस्त हमारे विश्वास को सुदृढ़ करते तथा उन विस्तृत क्षितिजों तक हमें ले जाते हैं जो हमारी सीमाओं से कहीं अधिक विशाल हैं।

सन्त याकूब के पत्र से लिये पाठ पर चिन्तन करते हुए सन्त पापा ने कहा कि ईश्वर मनुष्य को कभी प्रलोभन में नहीं डालते। उन्होंने कहा कि सन्त याकूब हमें बताते हैं कि प्रलोभन का कारण हमारी कमज़ोरियाँ एवं हमारे पाप हैं जो शनैः शनैः पनपते रहते हैं। इन प्रलोभनों से छुटकारा पाने के लिये येसु के शब्दों पर कान देना आवश्यक है।

सन्त याकूब लिखते हैं: "प्रलोभन में पड़ा हुआ कोई भी व्यक्ति यह न कहे कि ईश्वर मुझे प्रलोभन देता है। ईश्वर न तो बुराई के प्रलोभन में पड़ सकता और न किसी को प्रलोभन देता है। जो प्रलोभन में पड़ता है, वह अपनी ही वासना द्वारा खींचा और बहकाया जाता है।" और फिर लिखते हैं "इसलिए आप लोग हर प्रकार की मलिनता और बुराई को दूर कर नम्रतापूर्वक ईश्वर का वह वचन ग्रहण करें, जो आप में रोपा गया है और आपकी आत्माओं का उद्धार करने में समर्थ है।"

सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि जब हम प्रलोभन में फँसे होते हैं तब ईश वाणी को सुनने में असमर्थ होते हैं इसलिये सन्त याकूब के शब्दों पर ध्यान केन्द्रित कर सतत् प्रार्थना करें तथा प्रभु के वचनों को सुनकर स्वतः को हर प्रलोभन से मुक्त रखें।








All the contents on this site are copyrighted ©.