साइप्रस राष्ट्रपति निकोस ने संत पापा से मुलाक़ात की
वाटिकन सिटी, सोमवार 17 फरवरी, 2014 (सेदोक,वीआर) साइप्रस गणराज्य के राष्ट्रपति निकोस
अनासतासियादेस ने 15 फरवरी शनिवार को वाटिकन सिटी में संत पापा फ्राँसिस से मुलाक़ात
की। दोनों नेताओं ने समाज में धर्म की महत्वपूर्ण भूमिका और तथा धार्मिक स्वतंत्रता
जैसे प्रमुख मुद्दों पर बाचचीत की वाटिकन तथा साइप्रस के आपसी संबंधों को सुदृढ़ करने
पर बल दिया। संत पापा ने साइप्रस के पड़ोसी राष्ट्रों विशेष कर मध्यपूर्वी राष्ट्रों
में अशांति और अस्थिरता से उत्पन्न स्थिति के बारे में अपनी चिन्ता व्यक्त की और आशा
व्यक्त की इसका कोई उचित समाधान जल्द ही निकाला जा सकेगा ताकि आम लोग अमन-चैन से जी सकें।
संत पापा ने कहा कि इस प्राँत में राजनीतिक स्थिरता की सख़्त ज़रूरत है ताकि ईसाई
समुदाय आर्थिक और आध्यात्मिक प्रगति में अपना योगदान दे सकें। राष्ट्रपति ने संत
पापा की बातों के प्रति पूर्ण सहमति जतायी और कहा कि मानवाधिकारों की रक्षा के लिये ज़रूरी
है कि मध्यपूर्वी राष्ट्रों में धार्मिक स्वतंत्रता हो। संत पापा ने मुलाक़ात करने
के बाद राष्ट्रपति निकोस ने वाटिकन सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट महाधर्माध्यक्ष पियेतरो पारोलिन
तथा वाटिकन राज्य संबंधी मामलों के सचिव महाधर्माध्यक्ष दोमिनिके मम्बेरती से भी मुलाक़ात
की। राष्ट्रति निकोस ने वाटिकन समाचारपत्र ‘लोसेर्भातोरे रोमानो’ को दिये साक्षात्कार
में कहा कि साइप्रस अपनी विदेश नीति में वाटिकन सिटी के पक्ष का समर्थन करता है विशेष
करके आप्रवासियों की समस्या, मानव व्यापार तथा धार्मिक स्वतंत्रता जैसे मुद्दों में। उन्होंने
कहा कि साइप्रस एशिया अफ्रीका और भूमध्यसागर के पूर्वी तट पर स्थित एक ऐसा गणराज्य जो
यूरोपियन यूनियन का सदस्य भी है और एक ईश्वर पर विश्वास करने वाले धर्मावलंबियों के साथ
शांतिपूर्ण सहअस्तित्व का आदर्श है।