रोम, सोमवार 17 फरवरी, 2014 (सीएनए) संत पापा फ्राँसिस ने रविवार 16 फरवरी को रोम महाधर्मप्राँत
के प्रेरित संत थोमस पल्ली की स्थापना के 50वें वर्षगाँठ के अवसर पर पल्ली का दौरा किया
और पल्लीवासियों के लिये यूखरिस्तीय बलिदान अर्पित किया।
संत पापा ने रविवारीय
सुसमाचार पाठ के आधार पर लोगों के सम्मुख अपने चिन्तन व्यक्त करते हुए कहा कि ख्रीस्तीय
जीवन का अहम हिस्सा है अपने अंतःकरण की जाँच करना। उन्होंने कहा कि हमें चाहिये कि हम
अपने अंतःकरण की जाँच करें और देखें कि हमारा ह्रदय साफ या नहीं।
उन्होंने कहा
कि अपने दिल के बारे में जानना आसान नहीं है क्योंकि इसे हम कई बार ढँक देते हैं। यदि
हम कहते हैं कि मैं प्रत्येक को प्यार करता हूँ बस एक - दो को छोड़कर तो यह दूसरे के
प्रति घृणा है।
संत पापा ने कि दूसरों के बारे में बुरी बातें बोलना भी पाप है।
जो अपने मन दिल में दूसरे का अहित सोचता और करता है वह भी पाप है। इसीलिये यह ज़रूरी
है कि हम अपने ह्रदय की जाँच करें और जाने की दिल में क्या है। हम दिल से क्षमा करने
को तैयार रहें।
उन्होंने कहा कि हम ईश्वर से दो कृपाओं की याचना करें। पहली, हम
अपने ह्रदय को धोखा नहीं देंगे और दूसरी, हमारे दिल में जो अच्छाई है उसी को हम प्रकट
करें बुराई को नहीं।
विदित हो कि प्रेरित संत थोमस पल्ली रोम के पूर्व में ओस्तिया
के निकट है। यूखरिस्तीय बलिदान में करीब 400 पल्लीवासियों ने हिस्सा लिया और कई लोगों
ने सड़क में ही संत पापा का अभिवादन किया।
मिस्सा में रोम धर्मप्राँत के विकर
जेनेरल कार्डिनल अगोस्तिनो वल्लिनी, धर्माध्यक्ष पौलो स्कियावोन और पल्ली पुरोहित देरिक्को
ने सहयाजक रूप में सम्मिलित हुए।
संत थोमस पल्ली में करीब 20 हज़ार निवासी है
जो विभिन्न लोकहितकारी कार्यों द्वारा बच्चो, विकलांगों और जरूरतमंदों की मदद करते हैं।