वाटिकन सिटी, शुक्रवार 14 फरवरी, 2014 (सेदोक, वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने 13 फरवरी बृहस्पतिवार
को वाटिकन सिटी स्थित सान्ता मार्था अतिथि निवास के प्रार्थनालय में यूखरिस्तीय बलिदान
अर्पित करते हुए विश्वासी महिला की ओर लोगों का ध्यान खींचा।
उन्होंने कहा एक
माँ कनानी होते हुए भी येसु की कृपापात्र बनी। माँ ने अपने बच्चे के स्वास्थ्य लाभ के
लिये सबकुछ सहा और किया। उन्होंने अपनी बुद्धिमत्ता के बल पर नहीं पर अपनी ममता से अपने
विश्वास को प्रकट किया और येसु उससे प्रभावित हुए।
प्रवचन देते हुए संत पापा
ने धर्मग्रंथ में वर्णित उस घटना पर चिन्तन किया जिसमें एक कनानी महिला ने अपनी बेटी
की चंगाई के लिये येसु से आग्रह किया और कहा कि रोटी न सही पर टेबल से गिरने वाले चूर्ण
की तो वह हकदार है।
संत पापा ने कहा कि जो ईश्वर को खुले दिल से खोजते हैं उन्हें
ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। पवित्र आत्मा उनका मार्ग प्रशस्त करता है और पवित्र आत्मा
ही उन्हें मंजिल तक पहुँचाता है।
उन्होंने कहा उस कनानी महिला के ठीक विपरीत
सोलोमोन बुद्धिमान था पर वह अविवेकी प्रेम का शिकार हो विश्वास से भटक गया। संत पापा
ने कहा विश्वासी होने का यह मतलब नहीं कि हम विश्वास की प्रार्थना मात्र करें। हम विश्वास
की प्रार्थना करते रहने के बावजूद विश्वासहीन हो सकते हैं।
संत पापा ने लोगों
से आग्रह किया कि वे कनानी महिला के साथ विश्वास की यात्रा करें, ईशवचन सुनें जिसे हमारी
आत्मा में रोपा गया है और यही उन्हें मुक्ति प्रदान करेगा।