पोलियो मुक्त घोषित किये जाने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता उल्लासित
कोटायम, बृहस्पतिवार, 13 फरवरी 2014 (उकान): विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा भारत को पोलियो
मुक्त घोषित किये जाने पर भारतीय काथलिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने 12 फरवरी को देश भर
में जश्न मनाया। भारत के कैथोलिक स्वास्थ्य संगठन (चाय) के महानिर्देशक फादर टोमी
थॉमस ने कहा, "यह स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत सभी सदस्यों के लिए बड़े हर्ष का
अवसर है।" इस अवसर पर उन्होंने याद किया कि पोलियो टीका दिलाने हेतु बच्चों के माता-पिताओं
को य़कीन दिलाना आसान नहीं था। ज्ञात हो कि ‘चाय’ के सदस्य सरकार के पोलियो निरोधक
कार्यक्रम से जुड़े हैं। भारतीय मिशनरी सोसाईटी के सदस्यों में एक फादर ने कहा कि करीब
1 करोड़ बच्चों को इस संस्था ने टीका प्रदान किया है। भारत के प्रधान मंत्री मनमोहन
के तत्वधान में 11 फरवरी को नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय उत्सव में, काथलिक राहत सेवा
के प्रतिनिधि जोन शमलानस्की ने भाग लिया था। उन्होंने कहा कि बीमारी की रोक-थाम में
काथलिक राहत सेवा की सहभागिता उस समय से रही है जब 1980 के दशक में प्रति वर्ष 2 लाख
बच्चे पोलियो के शिकार हुआ करते थे। उन्होंने जानकारी दी कि एजेन्सी ने सरकार के पोलियो
टीकाकरण कार्यक्रम को तेजी से फैलाने का कार्य किया है। जब सरकार ने पोलियो टीका एवं
दवा प्रदान की, सी आर एस ने अपने सदस्यों को काम में लगाकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया
है। यूनिसेफ की रिर्पोट के अनुसार वर्ष सन् 2012 ई. में 5 वर्ष से कम उम्र के लगभग
14 लाख बच्चों की मृत्यु हुई थी।