वाटिकन सिटी, सोमवार 10 फरवरी, 2014 (सीएनए) संत पापा फ्राँसिस इतालवी संसद के सदस्यों
के लिये 27 मार्च को संत पेत्रुस बसिलिका के ग्रोटो में यूखरिस्तीय बलिदान अर्पित करेंगे।
उक्त बात की जानकारी देते हुए रोम महाधर्मप्राँत के सहायक और इतालवी संसद के
प्रथम सदन चैम्बर ऑफ डिप्यूटीस के चैपलिन धर्माध्यक्ष लोरेन्जो लुइज्जी ने कहा, "मैं
सहर्ष इस बात की सूचना देता हूँ कि संत पापा फ्राँसिस संत पेत्रुस बसिलिका के ‘ग्रोटो’
में 27 मार्च को 7 बजे प्रातः संसद के सदस्यों के लिये मिस्सा बलिदान अर्पित करेंगे।"
उन्होंने बतलाया कि संत पापा के साथ यूखरिस्तीय बलिदान के लिये सब सांसदों को
निमंत्रण पत्र प्रेषित किया जा चुका है।
धर्माध्यक्ष लोरेंजो ने बतलाया कि पिछले
दिसंबर में संत पापा के साथ एक निजी मुलाक़ात में यूखरिस्तीय बलिदान के बारे में योजना
बनायी गयी थी।
उस मुलाक़ात में संत पापा फ्रांसिस ने धर्माध्यक्ष लोरेंजो को
धन्य जोन पौल का एक ‘रेलिक’ या अवशेष दिया था जिसे चैम्बर ऑफ डिप्युटीस के प्रार्थनालय
- संत ग्रेगोरी ऑफ़ नजिन्जुस पल्ली में रखा गया है।
विदित हो कि इतालवी संसद
दो सदन हैं सीनेट जिसमें 315 सदस्य और प्रथम सदन जो चैम्बर ऑफ़ डिप्युटीस के नाम से जाना
जाता है जिसमें 640 सदस्य हैं।
मालूम हो, संत पापा फ्राँसिस ने कई बार इस बात
पर बल दिया कि राजनीतिज्ञ सार्वजनिक हित पर अपना ध्यान केन्द्रित करे।उन्होंने कई बार
राजनीतिक नेताओं के लिये ईश्वर से प्राथनायें भी कीं ताकि वे सस्नेह नम्रतापूर्वक आम
लोगों की सेवा करें।