पटना, शनिवार, 1 फरवरी 2014 (उकान): भारत स्थित पटना के प्रथम महाधर्माध्यक्ष एवं येसु
समाज के सदस्य बेनेडिकिट जॉन ओस्ता का निधन 30 जनवरी को हो गया। उका समाचार के अनुसार
सेवानिवृत महाधर्माध्यक्ष का अंतिम संस्कार कुरजी के प्रेरितों की रानी गिरजाघर में शनिवार
दो बजे अपराह्न सम्पन्न हुआ तथा उन्हें दीघा घाट के ज़ेवियर प्रशिक्षिका प्रशिक्षण केन्द्र
के समाधि स्थल पर दफनाया गया। प्रेरितों की रानी गिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर जोनसन
केलाकेथ के अनुसार 75 वर्ष की उम्र में महाधर्माध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया था उसके बाद
से ही वे एक्स टी टी आई में रह रहे थे। उन्होंने बतलाया कि सेवा निवृत महाधर्माध्यक्ष
का स्वास्थ्य ठीक था किन्तु पिछले कुछ सालों से उन्होंने यादास्त खोना शुरू किया। उनकी
हालत 23 जनवरी से गंभीर हो गयी थी, वे कुर्जी के हॉली फेमिली अस्पताल में भर्ती किये
गये थे जहाँ उनका देहान्त बृहस्पतिवार को हो गया। महाधर्माध्यक्ष बेनेडिकिट जॉन ओस्ता
का जन्म 15 अगस्त 1931 ई. को ब्लासूराही में हुआ था। उन्होंने 20 जुलाई सन् 1950 ई. को
धर्मसमाज में दाखिला लिया तथा उनका पुरोहिताभिषेक 9 जून सन् 1963 ई.को हुआ था। उनका
धर्माध्यक्षीय अभिषेक 21 जून सन् 1980 ई. पटना धर्मप्रांत में हुआ था। सन् 1999 ई. में
जब पटना महाधर्मप्रांत की स्थापना हुई तो वे महाधर्माध्यक्ष नियुक्त किये गये।