वाटिकन सिटी, मंगलवार 28 जनवरी 2014 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने बोएनोस आइरेस
के अपने एक मित्र रब्बी अब्राहम स्कोरका को बलिदान की यादगारी पर एक पत्र प्रेषित किया
है। हस्तलिखित पत्र में संत पापा फ्राँसिस ने अपने मित्र से बलिदान पर प्रकाश डालते
हुए लिखा, "यह मानव के लिए निंदनीय एवं आपमानजनक है तथा उसे नहीं दोहराया जाना चाहिए।"
"वायलिन ऑफ होप" यानि आशा की सारंगी नामक पत्र 27 जनवरी संध्या को रोम स्थित पार्को
देला मूसिका में पढ़ी गयी। संत पापा ने पत्र में आशा व्यक्त की है कि जो भी सारंगी
की धुन सुनेगा वह ऐतिहासिक दुखों को स्पष्ट रूप से समझ जाएगा तथा निश्चय करेगा कि ऐसी
आतंकित करने वाली घटना कभी न हो क्योंकि इस दुख ने मानवता को अपमानित किया है। ज्ञात
हो कि ईटली में पहली बार 12 सारंगियों एवं एक वायलनचेलो को एक साथ बजाया गया जो अपने
दुखद इतिहास के साथ बलिदान या त्याग को सजीव बनाता है। विदित हो कि प्राचीन काल में
इस्राएलियों द्वारा कई वाद्ययंत्र अविष्कार किये गये थे एवं सुरक्षित रखे गये थे उनमें
से सारंगी एक है जो निर्वासन के समय में भी इस्राइलियों के साथ था। सारंगी वादक तीनों
ईश्वरवादी धर्म के थे जो यह दर्शाता है कि संगीत सभी प्रकार की दीवारों को पार कर सकता
है तथा सभी चुनौतियों के बावजूद आशा प्रदान करता है।