नई दिल्ली, 21 जनवरी सन् 2014 (ऊका समाचार): केन्द्रीय सरकार ने जैन धर्म के अनुयायियों
को आधिकारिक अल्पसंख्यक स्थिति प्रदान कर दी है जिससे यह समुदाय सरकारी कार्यक्रमों एवं
सुविधाओं का लाभ उठा सकेगा। सोमवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि
मन्त्रिमण्डल की बैठक में उक्त निर्णय लिया गया। प्रधान मंत्री मन मोहन सिंह के साथ
काँग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी की मुलाकात के एक दिन बाद इस निर्णय की घोषणा की गई है। आईएनएस
सूत्रों के अनुसार जैन धर्म के एक प्रतिनिधिमण्डल ने रविवार को राहुल गाँधी से मुलाकात
कर जैन समुदाय को अल्पसंख्यक स्थिति प्रदान किये जाने की मांग की थी जिसके बाद राहुल
गाँधी प्रधान मंत्री से मिले थे। भारत के लगभग 50 लाख जैन धर्मानुयायियों को अल्पसंख्यक
स्थिति प्राप्त हो जाने के बाद सभी सरकारी सुविधाएँ प्राप्त हो जायेंगी। साथ ही जैन समुदाय
अपने शिक्षण संस्थानों का भी प्रशासन एवं संचालन कर पायेंगे। ग़ौरतलब है कि जैन समुदाय
को उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान में पहले से ही अल्पसंख्यक स्थिति
प्राप्त है किन्तु केन्द्रीय स्तर पर यह स्थिति मिल जाने के बाद सम्पूर्ण भारत के जैन
धर्मानुयायी इससे लाभान्वित हो सकेंगे।