वाटिकन सिटी, शनिवार 18 जनवरी 2014 (वीआर सेदोक): विश्व की लगभग सभी कलीसियाओं के ख्रीस्तीयों
ने शनिवार 18 जनवरी से ख्रीस्तीय एकता हेतु आठ दिवसीय प्रार्थना शुरू कर दी है। सप्ताह
भर के इस प्रार्थना का आयोजन विशेष रूप से कोरिन्थ कलीसिया को प्रेरित संत पौलुस के पत्र
से अनुप्राणित किया गया है जिसमें वे ख्रीस्तीयों से उत्तेजक प्रश्न करते हैं- "क्या
ख्रीस्त विभाजित हो गये हैं? " ख्रीस्तीय एकता के लिए प्रार्थना का अठवारा 18 से 25
जनवरी तक चलेगा जिसमें विश्वभर के ख्रीस्तीय अनुयायी एकता के लिए विशेष प्रार्थना में
सहभागी होंगे। रोम में ख्रीस्तीय एकता अठवारे की प्रार्थनाएँ, सभा एवं धर्मविधि की
समाप्ति संत पापा फ्राँसिस की अगुवाई में, संत पौलुस महागिरजाघर में, ख्रीस्तीय एकता
प्रतिनिधियों के साथ संध्या वंदना में सम्पन्न होगी। विदित हो कि सन् 1968 ई. से ही
ख्रीस्तीय एकता के लिए जो प्रार्थना की जाती है वह सभी कलीसियाओं की संयुक्त प्रार्थना
होती है जो ख्रीस्तीय एकता संबंधी परम धर्मपीठीय समिति तथा जेनेवा स्थित कलीसियाओं की
विश्व समिति (डब्लू सीसी) के तत्वधान में आयोजित की जाती है। डब्लू सी सी में 110
विभिन्न देशों की करीब 345 कलीसियाएं एवं 50 करोड़ ख्रीस्तीय प्रतिनिधि एक दूसरे से जुड़े
हैं। प्रत्येक वर्ष ख्रीस्तीय एकता हेतु प्रार्थना सप्ताह की तैयारी करने का काम
किसी एक देश को दिया जाता है। इस प्रार्थना की शुरूआत कनाडा में हुई थी।