वाटिकन सिटी, शनिवार, 11 जनवरी 2014 (वीआर सेदोक): विश्वास, सुसमाचार प्रचार करने, ईश्वर
पर भरोसा रखने तथा संसार पर विजय पाने में हमारी सहायता करती है।
यह बात संत
पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार 10 जनवरी को, वाटिकन स्थित संत मार्था प्रेरितिक प्रसाद के
प्रार्थनालय में पावन ख्रीस्तयाग के अवसर पर प्रवचन करते हुए कही।
संत पापा ने
प्रवचन में संत योहन के प्रथम पत्र से लिए गये पाठ पर चिंतन प्रस्तुत किया जो ईश्वर तथा
पड़ोसी से प्रेम करते हुए प्रभु से संयुक्त रहने की सलाह देता है।
उन्होंने कहा,
विश्वासी ख्रीस्तीय वे हैं जिन्होंने संसार पर विजय पायी है।
संत पापा ने कहा,
“जो ईश्वर से संयुक्त हैं उन्होंने संसार पर विजय पा ली है। यही विजय हमारा विश्वास है,
जीवन के रास्ते पर आगे बढ़ने हेतु ईश्वर की कृपा है। पवित्र आत्मा विजय को सम्भव बनाता
है और उनपर विश्वास द्वारा सबकुछ संभव है। विश्वास की शक्ति ने संसार पर विजय पायी है।
इसको दुहराया जाना अति सुन्दर है।”
संत पापा ने दुःख व्यक्त किया कि हम कई बार
पराजित ख्रीस्तीय बन जाते हैं। एक पराजित ख्रीस्तीय के रूप में हमें भी विश्वास की शक्ति
की आवश्यकता है। कलीसिया पराजित ख्रीस्तीयों से भरी है जो इस सच्चाई पर विश्वास नहीं
करते। यदि हम विश्वास में नहीं जीते तो संसार की विजय होती तथा सांसारिक माया जाल हम
पर हावी हो जाता है।”
संत पापा ने कहा कि यह विश्वास दो प्रकार की मनोभावनाओं
की माँग करता है – उदघोषणा एवं भरोसा। विश्वास का अर्थ है ईश्वर की उदघोषणा।
हम
प्रत्येक दिन प्रेरितों के धर्मसार में दुहराते हैं क्या यह सच्चा विश्वास है या कथन
मात्र? क्या हमारा विश्वास पूर्ण है जो व्यक्ति विश्वास की उद्घोषणा भलीभाँति करते हैं
उन्हें ईश्वर की आराधना करने की शक्ति भी प्राप्त है।
दूसरी मनोभावना है आस्था
या भरोसा।“ईश्वर पर विश्वास करने वाले वे हैं जो ईश्वर पर ही भरोसा रखते हैं। संत पौलुस
ने अपने जीवन के दुखद समय में कहा था, मुझे ज्ञात है कि मैंने ईश्वर और प्रभु ख्रीस्त
पर कितना भरोसा किया।
ईश्वर पर भरोसा हमें आशावान बनाता है। जिस प्रकार विश्वास
की उद्घोषणा हमें ईश्वर की आराधना एवं महिमा करने हेतु प्रेरित करती है उसी प्रकार, ईश्वर
पर भरोसा हमें जीवन की आशा प्रदान करता है। संत पापा ने कहा कि कई लोगों का विश्वास
कमजोर है क्योंकि उनमें ईश्वर पर भरोसा रखने का साहस नहीं है। हम अपने आप को ईश्वर को
सौंप दे जिससे हम विश्वास द्वारा संसार पर विजय प्राप्त सकें।