थिरुअन्तापुरम, शुक्रवार 10 जनवरी 2014 (उकान) केरल की समाज कल्याण मंत्री एम.के. मुनीर
ने बताया कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिये दिल्ली में 16 दिसंबर को निर्भया सामुहिक
बलात्कार काँड के बाद आरंभ किया गया ‘निर्भया कोष’ अपनी प्रगति पर है।
उन्होंने
बतलाया कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिये बनाया गया निर्भया कोष बड़ी ही शीघ्रता
से फैलता जा रहा है और इस कार्य में राज्य के विभिन्न विभाग भी उनकी मदद कर रहे हैं।
उन्होंने ‘निर्भया कोष’ योजना के बारे में जानकारी देते हुए बतलाया कि ‘वन स्टॉप
पोइन्ट’ की स्थापना सभी 14 जिलों अस्पतालों में की गयी है जहाँ पीड़ितों को तुरन्त पहुँचाया
जा सकता है। इस स्थान में पीड़िता की प्राथमिक चिकित्सा की जा सकेगी और अन्य कानूनी कदम
उठाये जा सकेंगे।
राज्य की जो अन्य संस्थायें निर्भया योजना को मदद दे रही हैं
उनमें कुदुम्भासरी, जागरथ समिति, महिला सामख्या आदि प्रमुख हैं। दोनों संगठन राज्य और
केन्द्र सरकार द्वारा महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण के लिये कार्यरत हैं।
उन्होंने
योजना के बारे में बतलाते हुए कहा कि प्रत्येक स्कूल को ‘चाइल्डलाइन’ दिया जायेगा जिसे
चुने हुए शिक्षकों और अभिभावकों को भी दिया जायेगा ताकि बाल- सुरक्षा सुनिश्चित किया
जा सके।
कुदम्भासेरी संगठन की अधिकारी मंजुला भारती ने बतलाया कि उनका संगठन
अपने क्षेत्र में महिलाओं और बच्चों पर हो रहे उत्पीड़न के बारे में पता लगायेगी और उसे
उच्चाधिकारियों तक पहुँचाने में मदद देगी।
विदित हो कि केन्द्र ने दिल्ली सामुहिक
बलात्कार काँड के बाद केन्द्र सरकार ने 100 करोड़ रुपये वाली ‘निर्भया कोष’ की घोषणा
की थी ताकि इस रकम का इस्तेमाल महिलाओं की सुरक्षा और महिला कल्याण कार्यक्रमों में लगाया
जा सके।