वाटिकन सिटीः सुल्तानपेट बना धर्मप्रान्त, अबीर अन्तोनीसामी बने पहले धर्माध्यक्ष
वाटिकन सिटी, 28 दिसम्बर सन् 2013(सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने शनिवार 28 दिसम्बर को
भारत के कोईनबटोर एवं कैलीकट्ट धर्मप्रान्त से सुल्तानपेट को अलग कर एक नये धर्मप्रान्त
रूप में उसकी रचना कर दी है। साथ ही, नवीन धर्मप्रान्त सुल्तानपेट को वेरापोली महाधर्मप्रान्त
के अधीन कर सन्त पापा फ्राँसिस ने पोनडिचेरी के पुरोहित तथा एम्माऊस आध्यत्मिक केन्द्र
के निर्देशक फादर पीटर अबीर अन्तोनीसामी को इस नवीन धर्मप्रान्त का पहला धर्माध्यक्ष
नियुक्त कर दिया है। फादर पीटर अबीर अन्तोनीसामी का जन्म 04 अक्टूबर सन् 1951 ई.
को पोनडिचेरी एवं कुड्डालोर महाधर्मप्रान्त के साथीपट्टु में हुआ था। साथीपट्टु में अपनी
प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने बैंगलोर एवं तिरुपति में ईशशास्त्र एवं
दर्शन का अध्ययन किया तथा पहली मई सन् 1979 ई. को पुरोहित अभिषिक्त किये गये। तदोपरान्त
आपने रोम स्थित बिबलिकुम तथा ग्रेगोरियन परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालयों से पवित्र धर्मग्रन्थ
बाईबिल में स्नातक एवं डॉक्टरेड की उपाधियाँ हासिल की। बैंगलोर, कोईनबाटोर तथा पूनामेल्ले
स्थित काथलिक गुरुकुलों में आप प्राध्यापक एवं प्राचार्य रह चुके हैं। इस समय आप तमिल
नाड स्थित एम्माऊस आध्यत्मिक केन्द्र के निर्देशक हैं।