2013-12-23 11:21:32

रोमः बेरोज़गारी एवं मन्दी का विरोध करते इताली लोगों के प्रति सन्त पापा की सहानुभूति


रोम, 23 दिसम्बर सन् 2013 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने विगत कई दिनों से बेरोज़गारी, मन्दी तथा नित्य बढ़ते करों के विरुद्ध प्रदर्शन करते इताली लोगों के प्रति समर्थन व्यक्त किया किन्तु उनसे आग्रह भी किया कि वे "हिंसा के प्रलोभन में न पड़ें।
इटली में "फोरकोनी या पिचफोर्क अभियान" सिसली के किसानों द्वारा सरकार की नाकामी के विरोध में आरम्भ हुआ था जो अब इटली के कई शहरों में विरोध प्रदर्शनों द्वारा जारी है। आम तौर पर ये प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहे हैं किन्तु ट्यूरिन जैसे शहरों में प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस के बीच झड़पें तथा दूकानों में तोड़ फोड़ भी देखने को मिली है।
रविवार को, रोम स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में, देवदूत प्रार्थना के अवसर पर उक्त अभियान के प्रदर्शन कारी भी उपस्थित थे तथा विशाल पोस्टरों द्वारा अपनी मांगों को प्रकाशित कर रहे थे। इन्हें सम्बोधित कर सन्त पापा ने कहाः "अपने सामाजिक समर्पण को व्यक्त करने इटली से यहाँ एकत्र लोगों से मैं आशा करता हूँ कि वे लड़ाई झगड़े एवं हिंसा के हर प्रलोभन का बहिष्कार करते हुए रचनात्मक योगदान दे सकेंगे तथा सदैव वार्ताओं के माध्यम से अपने अधिकारों की सुरक्षा में सफल होंगे।"
प्राँगण में प्रदर्शनकारियों द्वारा उठाये गये एक विशाल पोस्टर पर लिखे शब्दों को भी सन्त पापा ने पढ़ा जिसपर लिखा थाः "निर्धन प्रतीक्षा नहीं कर सकते"।
पोस्टर को निहारते हुए उन्होंने इटली में बेघर लोगों की बढ़ती संख्या पर चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने कहाः "परिवार एवं घर साथ साथ चलते हैं। घर के बिना परिवार को बनाये रखना असम्भव है।"
क्रिसमस के अवसर पर सभी परिवारों के लिये घर की प्रार्थना करते हुए सन्त पापा ने कहा, "हर परिवार का एक घर हो सके इसलिये प्रत्येक व्यक्ति, प्रत्येक सामाजिक संगठन तथा समस्त अधिकारियों को मैं आमंत्रित करता हूँ कि वे हर परिवार को एक घर का आश्वासन देने के लिये हर सम्भव प्रयास करें।"








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