वाटिकन सिटीः सन्त इग्नेशियस के साथी को सन्त पापा फ्राँसिस ने किया सन्त घोषित
वाटिकन सिटी, 18 दिसम्बर सन् 2013 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने, मंगलवार 17 दिसम्बर
को एक आज्ञप्ति जारी कर, येसु धर्मसमाज के संस्थापक, लोयोला के सन्त इग्नेशियस के साथी,
16 वीं शताब्दी के धन्य पीटर फाबेर को सन्त घोषित कर दिया। वाटिकन द्वारा बाद में
जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि धन्य पीटर फाबेर को सन्त घोषित करनेवाली सन्त पापा
की आज्ञप्ति "समसमान सन्त घोषणा प्रक्रिया" है जिसके अन्तर्गत कलीसिया के परमाध्यक्ष
उस व्यक्ति को सन्त घोषित कर सकते हैं जिसकी भक्ति विश्वासियों में प्रचलित है तथा जिसने
कलीसिया में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सामान्य तौर पर उन्हीं व्यक्तियों को काथलिक
कलीसिया में सन्त घोषित किया जाता है जिनकी मध्यस्थता से सम्पादित कम से कम दो चमत्कार
प्रमाणित हो चुके हों। मंगलवार को वाटिकन ने प्रकाशित किया कि सन्त पापा फ्राँसिस
ने, येसु धर्मसमाज के संस्थापक लोयोला के सन्त इग्नेशियस एवं सन्त फ्राँसिस ज़ेवियर के
साथी 16 वीं शताब्दी के धन्य पीटर फाबेर को सन्त घोषित कर उन्हें "कलीसियाई सन्तों की
सूची में अंकित कर दिया है।" सन्त पीटर फाबेर का जन्म सन् 1506 ई. में फ्राँस में
हुआ था। पेरिस विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई के समय वे येसु धर्मसमाज के संस्थापक लोयोला
के सन्त इग्नेशियस एवं सन्त फ्राँसिस ज़ेवियर के सहपाठी एवं साथी थे। सन् 1534 ई. में
पुरोहित अभिषिक्त होनेवाले पीटर फाबेर प्रथम येसु धर्मसमाजी थे। प्रॉटेस्टेण्ट सुधारवाद
काल में पीटर फाबेर जर्मनी में काथलिक कलीसिया की धर्मशिक्षा का प्रचार करते रहे तथा
काथलिक कलीसिया से अलग हुए प्रॉटेस्टेण्ट ख्रीस्तीयों के साथ सम्वाद करते रहे थे। सन्त
पापा फ्राँसिस से पूर्व सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने "समसमान सन्त घोषणा प्रक्रिया"
द्वारा जर्मनी की सन्त हिलडेगार्ड तथा इटली की सन्त आन्जेला को एक आज्ञप्ति जारी कर सन्त
घोषित किया था।