12 दिसम्बर को काथलिक कलीसिया ग्वादालूपे की
रानी मरियम का पर्व मनाती हैं। मेक्सिको के ग्वादालूपे गाँव में मरियम ने एक ग़रीब किसान
हुवान डियेगो को दर्शन दिये थे। मेक्सिको में कई लोगों को इसके बाद चंगाई प्राप्त हुई।
मरियम की मध्यस्थता से सम्पादित चमत्कारों के कारण मेक्सिको के कम से कम साठ लाख लोगों
ने ख्रीस्तीय धर्म का आलिंगन कर लिया था। शनैः शनैः सम्पूर्ण लातीनी अमरीका में माँ मरियम
की भक्ति प्रचलित हो गई तथा ग्वादालूपे की रानी मरियम को सम्पूर्ण अमरीका की संरक्षिका
घोषित कर दिया गया। अज़तेक राजकुमारी के परिधान धारण किये, निर्धन श्रमिक और किसान, हुवान
डियेगो को दर्शन देनेवाली ग्वादालूपे की रानी मरियम का पर्व 12 दिसम्बर को मनाया जाता
है।
चिन्तनः माँ मरियम से स्मरण कर विनतीः "हे अत्यन्त धर्मिष्ठ कुँवारी
मरियम, स्मरण कर कि आज तक यह कभी सुनने में नहीं आया कि कोई तेरी मदद माँगने और तेरी
विनतियों की सहायता खोजने तेरे पास आया और तुझसे असहाय छोड़ा गया हो। हे कुँवारियों की
कुँवारी, हे मेरी माँ, इसी आसरे से मैं तेरे पास दौड़ा आता हूँ, और कराहते हुए पापी के
रूप में तेरे सामने खड़ा हूँ। हे खीस्त की माँ, मेरी विनती अस्वीकार मत कर किन्तु दया
से उसको सुन और पूरा कर। आमेन।"