2013-12-09 14:31:28

ईश्वर अपनी कृपादृष्टि सभी लोगों पर रखते हैं


वाटिकन सिटी, सोमवार 9 दिसम्बर 2013 (वीआर सेदोक): वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में, रविवार 8 दिसम्बर को संत पापा फ्राँसिस ने विश्वासियों के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ किया, देवदूत प्रार्थना के पूर्व उन्होंने विश्वासियों को संबोधित कर कहा,
"अति प्रिय भाइयो एवं बहनो,
सुप्रभात,
आगमन के इस दूसरे रविवार को मरिया के निष्कलंक गर्भागमन का त्योहार है। हमारा ध्यान बड़ी खुशी से येसु की माता एवं हमारी माता की सुन्दरता की ओर जाता है।
कलीसिया प्रेरित संत लूकस रचित सुसमाचार में निहित स्वर्गदूत के प्रणाम "कृपापूर्ण" पर चिंतन करती है। जब ईश्वर ने मानव जाति के प्रति अपने प्रेम की योजना अनुसार उन पर दृष्टि लगायी, तो वे सबसे सुन्दर थीं, कृपाओं से पूर्ण एक सुन्दर माँ। माता मरिया ख्रीस्त जयन्ती की तीर्थयात्रा में हमारा साथ देती हैं क्योंकि वे हमें सिखाती है कि किस प्रकार आगमन काल में प्रभु की प्रतीक्षा करते हुए जीना है। आगमन काल इन्तज़ार की घड़ी है। हम समूह में प्रभु का इंतज़ार करते हैं किन्तु व्यक्तिगत रूप से भी इंतजार करना आवश्यक है। प्रभु आ रहे हैं हम उनकी प्रतीक्षा करें।"
लूकस रचित सुसमाचार माता मरिया को गलीलिया के एक छोटे शहर, रोमन साम्राज्य का एक बाह्य इलाका तथा इस्राएल के घराने से आने वाली नाज़रेथ की एक किशोर बालिका रूप में प्रस्तुत करता है। यद्यपि वे एक अत्यन्त छोटे गाँव से आती हैं तथापि ईश्वर ने उन पर अपनी कृपादृष्टि रखी तथा उन्हें अपने पुत्र की माँ होने के लिए चुना। मरिया आदि पाप से रहित थीं। ईश्वर, मानव एवं सृष्टि के बीच संबंध टूटने के कारण, मानव जाति को दुःख उठाना पड़ता है किन्तु मुक्तिदाता ने अपनी माता को इस घाव से, पहले ही मुक्त कर दिया था। माता मरिया का निष्कलंक होना, दुनिया को प्यार करने वाले ईश्वर की योजना में लिखी हुई थी। माता मरिया ने उस प्यार का कभी तिरस्कार नहीं किया। उनका सम्पूर्ण जीवन एवं अस्तित्व ‘हाँ’ था। उस प्यार द्वारा उन्होंने ईश्वर को हाँ कहा किन्तु निश्चय ही यह सहज नहीं था। जब दूत ने उन्हें प्रणाम कर ‘कृपापूर्ण’ कहा। वे बहुत घबरा गयीं क्योंकि अपनी दीनता में वे ईश्वर के सम्मुख नगण्य थी। दूत ने उन्हें ढाढ़स बंधाते हुए कहा, "मरियम डरिए नहीं। आपको ईश्वर की कृपा प्राप्त है देखिए आप गर्भवती होंगी, पुत्र प्रसव करेंगी और उनका नाम ईसा रखेंगी"(लूक.1:30)। इस संदेश ने उन्हें और अधिक असमंजस में डाल दिया क्योंकि उन्होंने अभी तक जोसेफ से शादी नहीं की थी। स्वर्गदूत ने उत्तर दिया, "पवित्र आत्मा आप पर उतरेगा और सर्वोच्च प्रभु की शक्ति की छाया आप पर पड़ेगी। इसलिए जो आपसे उत्पन्न होंगे वे पवित्र होंगे और ईश्वर के पुत्र कहलायेंगे। (पद.35) मरिया ने इसे सुना तथा आंतरिक रूप से स्वीकार किया एवं जवाब दिया "देखिये मैं प्रभु की दासी हूँ आपका कथन मुझ में पूरा हो।"(पद.38)
संत पापा ने कहा कि नाज़रेथ की इस बालिका का रहस्य जो ईश्वर के हृदय में निहित था कोई अजनबी नहीं हैं। हम उनसे जुड़े हुए हैं। वास्तव में, ईश्वर अपनी कृपादृष्टि सभी लोगों पर रखते हैं। वे हमें हमारे नाम से जानते हैं। संत पौलुस कहते हैं कि ईश्वर "ने संसार की सृष्टि से पहले मसीह में हम को चुना, जिससे हम मसीह से संयुक्त हो कर उसकी दृष्टि में पवित्र तथा निष्कलंक बनें" (एफे.1: 4)। हम भी ईश्वर द्वारा पवित्र एव पाप मुक्त जीवन जीने के लिए बुलाये गये हैं। यह प्रेम की परियोजना है जिसे ईश्वर जब कभी हम उनके नजदीक आते हैं नवीकृत करते हैं विशेषकर संस्कारों में।
इस महापर्व के अवसर पर हम हमारी निष्कलंक एवं प्यारी माँ पर चिंतन करते हुए अपने सच्चे उद्देश्य की भी याद करते हैं। हमारी सच्ची बुलाहट, प्यार किया जाना तथा प्यार द्वारा परिवर्तित होना है। हमारी माँ मरिया ईश्वर की दृष्टि द्वारा परिवर्तित हो गयी, हम उनकी ओर दृष्टि लगायें क्योंकि वह हमारी माता है तथा हमें बहुत प्यार करती है। हम उनकी उन्हें निहारें और अधिक विनम्र होने के लिए, ईश्वर की वाणी साहस पूर्वक सुनकर अनुसरण करने के लिए तथा उनके पुत्र येसु के स्नेह भरे आलिंगन को पाने के लिए। एक ऐसा आलिंगन जो हमें जीवन, आशा और शांति प्रदान करता है।
इतना कहने के पश्चात् संत पापा ने भक्त समुदाय के साथ देवदूत प्रार्थना का पाठ किया तथा सभी को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।
देवदूत प्रार्थना के उपरांत उन्होंने सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया तथा विश्वासियों से अपील करते हुए कहा, हम उत्तरी अमरीकी कलीसिया के साथ आध्यात्मिक रूप से जुड़े। आज यह कलीसिया अपनी प्रथम पल्ली का स्थापना दिवस मना रही है। क्वेबेक का नोट्र डेम गिरजाघर जो 350 वर्षों पूर्व स्थापित किया गया था। शुरू से लेकर आज तक जो भी विकास हुआ है उसके लिए हम धन्यवाद देते हैं। खासकर यहाँ के संतों एवं शहीदों ने भूमि को समृद्ध बनाया है। मैं उन सभी विश्वासियों को आशीर्वाद प्रदान करता हूँ जो पल्ली की जयन्ती में सम्मिलित हैं।
तदोपरान्त संत पापा ने ईटालियन काथलिक एक्सन दल के सदस्यों के प्रति भी शुभकामनाएँ अर्पित कीं।
अंत में उन्होंने सभी को शुभ रविवार एवं निष्कलंक माँ के पर्व की शुभकामनाएँ अर्पित कीं।








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