वाटिकन सिटी, शुक्रवार 6 दिसंबर, 2013 ( सीएनए) संत पापा फ्राँसिस ने उस परामर्श को
मंजूरी दे दी है जिसके तहत एक नये परमधरमीठीय आयोग की स्थापना की जायेगी जो बाल यौन दुराचार
संबंधी मामलों पर नज़र रखेगी और बच्चों की सुरक्षा के लिये कार्य करेगी। उक्त बात
की जानकारी देते हुए कार्डिनल सीन ओ’ माली ने संवाददाता सम्मेलन में इस बात की घोषणा
की कि संत पापा फ्राँसिस ने कौंसिल ऑफ कार्डिनल्स के उस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया
और और बच्चों के सुरक्षा के लिये एक विशेष आयोग की स्थापना की जायेगी। मालूम हो कि
कार्डिनल ओ’ मालि अमेरिका के बोस्टन के महाधर्माध्यक्ष हैं जो उन आठ सदस्यीय कार्डिनल
आयोग के सदस्य है जिसका गठन संत पापा फ्राँसिस को कलीसिया के संचालन और सुधार के लिये
किया गया है।
आठ सदस्यीय कार्डिनल आयोग ने इस बात की जानकारी दी कि कार्डिनल
ओ’मालि संत पापा को बाल सुरक्षा और बाल यौन दुराचार मामलो से पीडित लोगों की देखरेख संबंधी
मामलों पर परामर्श दे पायेंगे।
कार्डिनल ने बतलाया कि बाल यौन दुराचार संबंधी
आयोग का दायित्व होगा वर्त्तमान स्थिति को समझना, अध्ययन करना और बाल सुरक्षा के लिये
वाटिकन कूरिया के सहयोग से धर्माध्यक्षों और धर्माध्यक्षीय परिषदों के लिये नयी पहल का
प्रस्ताव देना।
उन्होंने आशा व्यक्त की है कि कमीशन एक मॉडल की तरह कार्य करेगा
जो बाल यौन दुराचार के संबंध में आवश्यक मेषपालीय समाधान देने में सहायक सिद्ध होगा।
कार्डिनल ने इस बात की जानकारी दी कि कमीशन में अन्तरराष्ट्रीय विशेषज्ञों को शामिल
किया जायेगा जो नबालिगों के हिंतों के लिये कार्ये करते हों जिसमें कुछ मनोवैज्ञानिक
भी शामिल होंगे।
उन्होंने बतलाया कि शीघ्र ही संत पापा फ्राँसिस इस संबंध में
एक दस्तावेज़ जारी करेंगे जिसमें अन्य बातों की पूर्ण जानकारी होगी।
मालूम हो
आठ सदस्यीय कार्डिनलों की यह दूसरी बैठक थी जो 3 से 5 दिसंबर तक वाटिकन में सम्पन्न हुई।
अगली बैठक फरवरी 17 से 19 तक आयोजित की गयी है। पहली बैठक 1 से 3 अक्तूबर तक वाटिकन
में ही सम्पन्न हुई थी।