वाटिकन सिटी, शुक्रवार 6 दिसंबर, 2013 (सेदोक, वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने दक्षिण अमेरिका
के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और दक्षिण अमेरिकी
गणराज्य के राष्ट्रपति श्री जेकब ज़ूमा को एक पत्र प्रेषित कर अपना दुःख व्यक्त किया
है।
संत पापा ने लिखा, "मैं पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला की मृत्यु से दुःखी
हूँ और मैं मंडेला परिवार, सरकारी अधिकारियों और दक्षिणी अमेरिका की जनता के लिये प्रार्थनामय
सहानुभूति प्रकट करता हूँ। मैं नेल्सन मंडेला की दिवंगत आत्मा को पिता परमेश्वर की असीम
दया के सुपूर्द करता हूँ और याचना करता हूँ ईश्वर शोकित परिवार को सांत्वना और ढाढ़स
प्रदान करे।
मैं स्वर्गीय नेल्सन मंडेला को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ जिन्होंने
पूर्ण समर्पण से पूरे विश्व में मानव मर्यादा का प्रचार किया तथा नये दक्षिण अमेरिका
के निर्माण के लिये अहिंसा, मेल-मिलाप और सत्य की नींव डाली।
मैं प्रार्थना करता
हूँ कि दिवंगत राष्ट्रपति का उदाहरण दक्षिण अमेरिका की आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करेगी
ताकि वे न्याय और सार्वजिनक हित को अपनी राजनीतिक आकांक्षा से बड़ा समझें।
इन
इच्छाओं के साथ में दक्षिण अफ्रीका के लोगों के लिये शांति और समृद्धि के दिव्य आशीर्वाद
की कामना करता हूँ।
मालूम हो कि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति व रंगभेद
विरोध के प्रणेता नेल्सन मंडेला का बृहस्पतिवार रात निधन हो गया। 95 वर्षीय मंडेला फेफड़े
के संक्रमण से पीड़ित थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें 1993 में शांति के नोबेल
पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मंडेला को आधुनिक दक्षिण अफ्रीका का पितामह माना
जाता है। उन्होंने रंगभेद नीति के खिलाफ लड़ाई लड़ी और देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने।
अपनी ही सरकार का विरोध करने के आरोप में उन्हें 27 वर्ष तक जेल में रहना पड़ा। उनके
इस साहस व सराहनीय प्रयास की दुनिया भर में प्रशंसा की गई थी। भारत सरकार ने भी
को 1990 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया था।