मैसूर, सोमवार, 2 दिसंबर, 2013 (उकान) मैंसूर में गिरिजन क्रियाकूट नामक एक आदिवासी कल्याण
संगठन ने वहाँ के कुछ मिशनरियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने स्थानीय 1,000 आदिवासी
परिवारों का धर्मांतरण कराया है।
25 नवम्बर दिये अपने बयान में उन्होंने स्थानीय
पुलिस से माँग की है कि मिशनरियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज हो और उन पर कारवाई की
जाये।
आदिवासी कल्याण संगठन गिरिजन क्रिया कूट के संयोजक श्रीकांत ने पुलिस
अधिकारियों से यह भी माँग की है कि वे आदिवासी संस्कृति को बचाने में लोगों की मदद करें।
आदिवासियों का प्रकृति और पर्यवरण से पुराना गहरा रिश्ता रहा है जिसे बचाये जाने की ज़रूरत
है।
उन्होंने मिशनरियों पर आरोप लगाया है कि वे स्थानीय आदिवासियों यह कह कर
बहका रहे हैं कि ख्रीस्तीय धर्म स्वीकार कर लेने से हर समस्या का समाधान हो जायेगा।
श्रीकान्त ने बतलाया कि मैसूर के कामराजनगर और कोदागु क्षेत्र वर्षों से मिशनरियों
का कार्यक्षेत्र रहा है जहाँ वे आदिवासियों का धर्मपरिवर्तन करा रहे हैं।
श्रीकान्त
ने बतलाया कि मैंसूर के नागपुरा पुनर्वास केन्द्र के पाँच निवास क्षेत्र या हाडी अनेरमाल,
बेगुर, एच.डी कोते, अयनाकेरे और मजीजेहला हाडी के आदिवासियों क जबरदस्ती मन परिवर्तन
कराया जा रहा है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि जिन क्षेत्रों में धर्मपरिवर्तन
हो रहे हैं वहाँ आपसी कलह भी बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि यह सरकार का दायित्व है कि वह
ऐसे धर्मपरिवर्तन रोके और आदिवासियों की संस्कृति को बचाये। इस संबंध में उपायुक्त सी.
शुक्ला को सूचना दे दी गयी है।
उपायुक्त महोदया ने कहा है कि उन्होंने पुलिस
अधिकारियों से इस मामले में खोजबीन के आदेश दे दिये हैं और पुलिस अधीक्षक अभिनव खरे ने
कहा कि इस पर छानबीन में कुछ समय लग सकते हैं।