2013-11-30 13:46:37

समय के संकेत को विवेक की आत्मा से पहचानें


वाटिकन सिटी, शनिवार, 30 नवम्बर 2013 (सीएनए): संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन प्रेरितिक प्रासाद के संत मार्था प्रार्थनालय में 29 नवम्बर को पवित्र मिस्सा अर्पित करते हुए उपदेश में, ईश्वर को पहचानने हेतु मानव बुद्धि के महत्व पर प्रकाश डाला तथा संकुचित विचार जो हमें अपने तक सीमित रखता है उसके प्रति सावधान रहने की सलाह दी।
उन्होंने कहा, "ईश्वर कौन सा मार्ग चाहते हैं? ईश्वर चाहते हैं कि हम हमेशा विवेक की आत्मा जो समय के संकेत को समझने में मदद करता है उससे संचालित हों। यह अत्यंत उपयुक्त है कि हम ईश्वर से इस कृपा की याचना करें।"
संत पापा ने संत लूकस रचित सुसमाचार के उस पाठ पर चिंतन किया, जहाँ येसु ने शिष्यों को समय के चिन्ह को पहचानने की शिक्षा दी है जिसे फ़रीसी भी समझने में असफल हैं। यह दर्शाता है कि इतिहास में ईश्वर के रास्ते को पूरी तरह समझने के लिए व्यक्ति को न केवल बुद्धि से विचार करना पर्याप्त है किन्तु हृदय और आत्मा से भी।
संत पापा ने कहा, "सुसमाचार में शिष्यों द्वारा नहीं समझने पर नराज नहीं होते किन्तु नराज होने का दिखावा करते हैं। एम्माउस के रास्ते पर भी निराश होकर घर लौट रहे उन दो शिष्यों से येसु कहते हैं ‘तुम कितने मूर्ख एवं मंदमति हो।’" संत पापा ने कहा कि जो ईश्वर की बातों को नहीं समझते वे मूर्खों के समान है। ईश्वर चाहते हैं कि हमारे हृदय, जीवन, विश्व एवं इतिहास की घटित घटनाओं को समझे। स्वतंत्र विचार, एक यथार्थ व्यक्ति की तरह सोचना ही ईश्वरीय प्रजा का गुण एवं मुक्ति है।
संत पापा ने उपस्थित विश्वासियों से प्रश्न करते हुए कहा, "अभी क्या घट रहा है इसका क्या अर्थ है? उन्होंने उत्तर दिया कि यही समय का चिन्ह है।
दुनिया की आत्मा हमारे सामने अन्य प्रस्तावों को रखती है क्योंकि दुनियावी आत्मा समुदाय नहीं चाहती, वह भीड़, नासमझदारी एवं परतंत्रता पसंद करती है। वह हमें प्रतिबंधित रास्ते पर ले चलती है तथा हमें संकुचित विचार, एक ही तरह के सोच एवं सोच-विचार की असमर्थता एवं अत्यधिक महत्वाकांक्षी सोच की ओर प्रेरित करती है। दुनियावी आत्मा हमें ईश्वर के सम्मुख आने से रोकती है। यह व्यक्तिगत पसंद के अनुसार निर्णय लेने की सलाह देती है।
संत पापा ने कहा कि स्वतंत्र विचार करने एवं समय के संकेत को समझने के लिए हम अकेले नहीं हैं हमें ईश्वर की सहायता की आवश्यकता है। अतः हम ईश्वर से समझने के लिए विवेक का वरदान माँगें।








All the contents on this site are copyrighted ©.