2013-11-30 12:20:10

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मुम्बई, शनिवार 30 नवम्बर, 2013(एशियान्यूज) उड़ीसा के कंधमाल जिले के फूलबनी में ईसाइयों के प्रार्थनालय के सामने एक मंदिर बनाने की स्वीकृति मिल जाने से ईसाइयों में दहशत फैला हुआ है।

उक्त बात की जानकारी देते ‘ग्लोबल कौंसिल ऑफ इंडियन क्रिश्चियन’ (जीसीईसी) के अध्यक्ष साजन जोर्ज ने ‘एशियान्यूज़’ को बतलाया कि फूलबनी के ईसाइयों में भय और चिंता बढ़ गयी जब 23 नवम्बर को स्थानीय अधिकारियों ने हिन्दुओं के उस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी जिसके तहत् वे शहर के मुख्य गिरजाघर के निकट एक मंदिर का निर्माण करेंगे।

फुलबनी में वकील के रूप में कार्यरत काथलिक ब्रदर केजे मारकोस ने बतलाया कि जहाँ मंदिर के निर्माण की अनुमति दे दी गयी है वह ज़मीन सरकार है इसलिये ख्रीस्तीय सरकारी निर्णय के विरोध में आवाज़ नहीं उठा पाने को मजबूर हैं।

फुलबनी के पल्ली पुरोहित फादर एंजल ने जिलाधिकारियों से भेंटकर इस बात की सूचना दी कि कई बार ईसाई और हिन्दु त्योहार एक-साथ पड़ते हैं ऐसे समय में श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालना आसान नहीं होगा और आपसी रिश्तों में आँच आयेगी।

सरकारी अधिकारियों ने इस संबंध में कोई उत्तर नहीं दिया। ‘जीसीआईसी’ के अध्यक्ष साजन जोर्ज ने कहा कि अधिकारियों का उपेक्षापूर्ण रवैया इस बात को स्पष्ट करता है कि हिन्दु कट्टरवादी और सरकारी तंत्र मिलकर कार्य कर रहे हैं और ईसाई समुदाय में दहशत फैलाना चाहते हैं।

उन्होंने लोगों से अपील की है कि ओडिशा के लोग वे एकजूट हों और क्षेत्र को अतिवादियों द्वारा संगठित एवं योजनाबद्ध हिंसा की पुनरावृत्ति से बचायें।

मालूम हो कि 2008 में एक हिन्दु नेता लक्ष्मणानन्दा की हत्या के आरोप में 7 निर्दोष ईसाइयों को बिना सबूत के सजा सुना दी गयी है।








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