श्रोताओं के पत्र पत्र- 1.9.13 आदरणीय पिता जी, प्रभु येसु के नाम में आप सभी को
हार्दिक नमस्कार। यह जानकर खुशी हुई कि मलाला को हॉलैंड के बाल शांति पुरस्कार से सम्मानित
किया जायेगा| विद्यानन्द रामदयाल, पियर्स मोरिसस से।
पत्र 4.11.13 ज्योति
के इस शुभ त्योहार में, खुशी की आभा, सम्पन्नता एवं आनन्द, आपके जीवन एवं परिवार
को प्रकाशित करे। आप सभी को दीवाली की शुभकामनाएँ। कृपया मेरे पते का नामांकन कर
लें। डॉ.एस.एस भट्टाचार्य, चेतक लिसर्न्स क्लब के अध्यक्ष, नोबोडी पोली, पश्चिमी मेदिनीपुर।
पत्र- 26.11.13 प्रिय साहब, मैं वाटिकन रेडियो हिन्दी सेवा का श्रोता हूँ
किन्तु व्यस्तता के कारण बीच में मैं कार्यक्रम नहीं सुन पा रहा था तथा पत्राचार भी नहीं
किया। अभी मैंने पुनः आपके कार्यक्रम को सुनना आरम्भ किया है। मैं आपके सभी कार्यक्रमों
को बेहद पसंद करता हूँ। राजेन्द्र कुमार, येलाहान्का न्यू टाऊन, बैंगलोर।
पत्र
4.11.13 आज मैंने 3 नवम्बर को इंटरनेट पर आपके प्रसारण को सुना जिसमें नई दिशाएँ के
तहत सिस्टर उषा तिरकी ने भारत में जन्मे एवं अमेरिका के बोस्टन शहर में 27 वर्षों से
रहे इंटरैक्टीव डेटा कॉपोरेशन के उपाध्यक्ष श्री राधा कृष्ण जी से भेंटवार्ता किया। भेंटवार्ता
काफी पसंद आयी। इसके लिए आप सभी को धन्यवाद ‘क्योंकि सभी जीवों में भगवान विद्यमान है’।
साथ ही साथ चेतना जागरण के तहत ‘प्रेम का प्रभाव’ शीर्षक लघु नाटिका सुना। काफी रोचक
लगा। इसके लिए भी आप सभी को धन्यवाद। आज रेडियो प्रसारण साफ सुनाई नहीं दिया। वाटिकन
भारती पत्रिका भेज दें। रजनीश कुमार, मध्यमाथ, मुजफ्फरपुर, परसा पाती, बिहार। पत्र-
16.11.13 प्रिय फादर जस्टिन, सिस्टर उषा एवं जुलिएट ख्रीस्टोफर आप सभी को मेरा
हार्दिक जय येसु। जरूर कुछ देर से ही सही परन्तु मैं अपने सभी पल्ली वासियों की तरफ
से सुश्री जुलियेट ख्रीस्टोफर जी को ढेर सारी बधाई अर्पित करता हूँ जिन्होंने वाटिकन
रेडियो प्रसारण पुरस्कार 28 सितम्बर 2013 को प्राप्त किया है। कल जब हम विश्व संचार दिवस
मनायेंगे रविवारीय पवित्र मिस्सा बलिदान में आप तीनों को विशेष याद करते हुए प्रार्थना
करेंगे। प्रभु परमेश्वर की बड़ाई और उसका धन्यवाद करेंगे क्योंकि उन्होंने सुश्री जूलयेट
को बीते 25 वर्षों में अनेकानेक वरदानों से भरा है; उन पर ख्रीस्तीय मूल्यों पर चलने
की कृपायें बरसायीं हैं, अपने कार्यों के प्रति निष्ठावान रहने की शक्ति दी है तथा सदैव
पूर्ण समर्पण की भावना से कार्य करने की क्षमता प्रदान की है। पुनः मेरा प्रेमपूर्ण जय
येसु। फा. सिप्रियन ख़लख़ो, संत जोसेफ काथलिक चर्च, कैम्पबेल बे।