श्रोताओं के पत्र पत्र-3.10.2013 जय मसीह! खुशी के साथ सूचित करना है कि 04 अगस्त
को शाम की सभा मेँ नयी दिशाएँ कार्यक्रम के तहत WYD क्रूस पर चर्चा मेँ 28वाँ विश्व युवा
दिवस के इतिहास तथा उद्देश्य पर विस्तार पूर्वक रिपोर्ट सुना। रिपोर्ट सारगर्भित और शिक्षाप्रद
लगा तथा ‘चेतना जागरण’ कार्यक्रम मेँ दहेज प्रथा पर आधारित नाटक सुना। नाटक शिक्षाप्रद
लगा। दहेज प्रथा समाज के लिए कलंक है। अत: दहेज प्रथा को खत्म करने की जरूरत है। अच्छे
कार्यक्रम प्रसारित करने के लिए वाटिकन रेडियो परिवार को धन्यवाद। डॉ. हेमान्त कुमार,
भागलपुर के गोराडीह से प्रियदर्शनी रेडियो लिसर्न्स क्लब के अध्यक्ष।
पत्र.8.11.13 8
नवम्बर को शाम की सभा में सामयिक लोकोपकारी चर्चा के तहत महबूब खान जी द्वारा आंतरिक
विस्थापन के गुणात्मक पहलू तथा संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा बैंकों में वयस्कों के हिंसा
से बचने के लिए एक नया कानून और विश्व से बाल मजदूरी हटाने के लिए चेतना जागृत करने के
बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा सुना। कार्यक्रम काफी रोचक लगा। इसके लिए आप सभी को धन्यवाद।
आज कल आपके प्रसारण शाम की सभा में बहुत ही साफ सुनाई दे रहा है। वाटिकन भारतीय पत्रिका
भेज दें। रजनीश कुमार, बिहार स्थित मुज्जफरपुर के पारसा पत्ती।
पत्र- 24.10.13 भागलपुर
के गोराडीह से प्रियदर्शनी रेडियो लिसर्न्स क्लब के अध्यक्ष डॉ. हेमान्त कुमार 24 अक्तूबर
के पत्र में लिखते हैं। कपड़े हो गये छोटे, शर्म कहाँ से होगी। अनाज हो गया है हाईब्रीट
स्वाद कहाँ से होगा। नेता हो गये कुर्सी के देशभक्ति की भावना कहाँ से होगी। फूल हो गये
प्लास्टिक के खुशबू कहाँ से होगी। चेहरे हो गये मेकअप के रूप कहाँ से होगा। अध्यापक हो
गये ट्यूशन के विद्या कहाँ से होगी। खाना हो गया डालडा का ताकत कहाँ से होगी। कार्यक्रम
हो गये केबल के संस्कार कहाँ से होंगे। व्यापार हो गया हेराफेरी का मुनाफा कहाँ से होगा।
व्यवहार हो गये टेलीफोन के शर्म कहाँ से होगी। पत्र-21.10.13 आदरणीय पिता जी आप
सभी को प्रभु येसु के नाम में नमस्कार। हमारे संत पापा फ्राँसिस की भेंट कैमरून के
राष्ट्रपति से हुई थी, राष्ट्रपति ने अपने देश कैमरून में काथलिक कलीसिया के कार्यों
की जानकारी दी। विद्यानन्द राम दयाल, पियर्स मोरिसस। पत्र.10.11.13 मैं वाटिकन
रेडियो का बहुत पुराना श्रोता हूँ कार्यक्रम बहुत अच्छे लगते हैँ। डॉ. हेंमत जी के विचार
बहुत अच्छे होते हैँ। डॉ. हेमंत जी को मेरा नमस्कार व शुभकामनाएँ। धन्यवाद। कृपाराम
कागा।
पत्र- हमारे कई दोस्तों ने ईमेल, फेसबुक एवं बॉग के माध्यम से दीवाली के
अवसर पर त्योहार की शुभकामनाएँ दी हैं। उनके नाम इस प्रकार हैं- डॉ. हेमान्त कुमार, अतुल
कुमार, विद्यानन्द राम दयाल, पवन लकड़ा, अशोक, अलोक एक्का, मनोज लकड़ा, दीपक लकड़ा, विपिन
तिरकी, महमूद जमाल खान, धरम पाल, एवं डॉ. एस एस भट्टचार्य।